14 साल सज़ा काटने के बाद भी नहीं मिटी दरिंदे की हवस, जेल से आने के बाद बेटी से किया दुष्कर्म

नई दिल्ली: राजस्थान के भरतपुर में पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने एक बार फिर मानवता को शर्मसार कर दिया है। मोहम्मद अरशद नाम का यह व्यक्ति, जो पहले ही एक नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के मामले में 14 साल जेल में बिता चुका है ने अपनी रिहाई के बाद भी अपराध की दुनिया नहीं छोड़ी। इस बार उसने अपनी ही गोद ली हुई 15 वर्षीय बेटी को अपनी हैवानियत का शिकार बनाया।
पुराना गुनाह और 14 साल की सज़ा
बिहार के रहने वाले मोहम्मद अरशद ने साल 2007 में एक नाबालिग के साथ जघन्य अपराध किया था, जिसमें दुष्कर्म के साथ-साथ उसकी हत्या भी शामिल थी। इस घिनौने अपराध के लिए उसे दोषी पाया गया और 14 साल की कड़ी सज़ा सुनाई गई। माना जाता है कि जेल में बिताया गया समय अपराधी को सुधारता है, लेकिन अरशद के मामले में ऐसा नहीं हुआ।
गोद लेने के नाम पर हैवानियत
साल 2024 में जेल से छूटने के बाद, अरशद ने एक 15 साल की बच्ची को गोद लिया और उसके भरण-पोषण की जिम्मेदारी उठाने का वादा किया। इस वादे के पीछे उसका असली मकसद कुछ और था। डेढ़ साल तक वह लगातार उस मासूम बच्ची का यौन शोषण करता रहा। वह बच्ची को धमकियां देता था और उसे स्कूल छोड़ने और लेने खुद जाता था, ताकि वह किसी को कुछ बता न पाए।
कैसे हुआ खुलासा?
पीड़ित बच्ची ने अपनी मां को पूरी आपबीती सुनाई और मदद की गुहार लगाई। बेटी की बात सुनकर मां के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। उन्होंने तुरंत इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया।
सेवर थाने में मामला दर्ज
25 जून 2025 को पीड़िता की मां ने भरतपुर के सेवर थाने में मोहम्मद अरशद के खिलाफ पोक्सो (POCSO) एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने किया पीछा और दबोचा
मामले की भनक लगते ही आरोपी मोहम्मद अरशद फरार हो गया। भरतपुर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। हाल ही में जब उसकी लोकेशन का पता चला, तो एक विशेष पुलिस टीम को बिहार के पूर्णिया भेजा गया। पुलिस ने उसे नेपाल बॉर्डर के पास से धर दबोचा। अरशद फिर से सलाखों के पीछे है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है।