पाकिस्तान में बाढ़ का कहर: सतलुज-रावी का जलस्तर खतरे से ऊपर, 20 हजार लोग सुरक्षित स्थानों पर भेजे

लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में मूसलाधार बारिश और आगामी 48 घंटों तक इसके जारी रहने से नदियों के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए बाढ़ प्रभावित जिलों से पिछले 24 घंटों में लगभग 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। पंजाब आपातकालीन बचाव सेवा 1122 के प्रवक्ता फारूक अहमद ने एक बयान में बताया, ‘‘कसूर, ओकारा, पाकपट्टन, बहावलनगर और वेहारी के कई गांवों के जलमग्न होने की वजह से वहां से लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।”
उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों से शनिवार से अब तक लगभग 20,000 लोगों को निकाला गया है, वे सिंधु, चिनाब, रावी, सतलुज और झेलम नदियों के निकट हैं। अहमद ने कहा, ‘‘सतलुज और रावी नदी के किनारे बसी आबादी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम पूरा हो गया है।” प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने कहा कि 27 अगस्त तक मानसून के सक्रिय रहने के पूर्वानुमान की वजह से कई जिलों में आपातकालीन अभियान चलाए जा रहे हैं। पीडीएमए के मुताबिक गंडासिंह वाला में सतलुज नदी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है। उसने चेतावनी दी, ‘‘गंडासिंह वाला में स्थिति गंभीर है और अगले 48 घंटों तक ऐसे ही बने रहने की आशंका है।”