US टैरिफ से भारत का तो कुछ नहीं बिगड़ा, उल्टा ट्रंप को मिला बड़ा सबक, सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट

नई दिल्ली: रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत की आर्थिक वृद्धि का अनुमान बढ़ाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है। पहले यह अनुमान 6.5 प्रतिशत था। यह बदलाव भारत की अच्छी आर्थिक स्थिति और घरेलू बाज़ार में मजबूत मांग को देखते हुए किया गया है। ट्रप के भारत पर टैरिफ लगाने के बाद भारत की आर्थिक वृद्धि में बढ़ोतरी हुई है।
तेज़ रफ्तार से बढ़ रही है अर्थव्यवस्था
फिच ने अपनी सितंबर की वैश्विक आर्थिक परिदृश्य (GEO) रिपोर्ट में बताया कि अप्रैल से जून के बीच भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इस तिमाही में भारत की GDP (सकल घरेलू उत्पाद) की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही, जो पिछली तिमाही के 7.4 प्रतिशत से भी ज्यादा है। यह फिच के जून में लगाए गए 6.7 प्रतिशत के अनुमान से बहुत अधिक है। फिच का मानना है कि घरेलू मांग भारत की वृद्धि को आगे बढ़ाएगी। लोगों की आय में बढ़ोतरी हो रही है, जिससे वे ज्यादा खर्च कर रहे हैं, और निवेश भी बढ़ रहा है।
आगे का अनुमान
फिच ने उम्मीद जताई है कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में विकास दर थोड़ी धीमी हो सकती है।
2026-27 में वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
2027-28 में यह और कम होकर 6.2 प्रतिशत हो सकती है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जुलाई का औद्योगिक उत्पादन और पीएमआई सर्वे भी भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था के संकेत दे रहे हैं। इसके अलावा, जीएसटी सुधारों की वजह से 2026 तक उपभोक्ता खर्च में और भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।