नेपाल में फंसे अयोध्या के 8 तीर्थयात्री, कैलाश दर्शन के बाद नहीं हो सकी भारत वापसी; विधायक ने PM को लिखा पत्र

अयोध्या/नेपाल सीमा: उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के 8 तीर्थयात्री कैलाश मानसरोवर यात्रा के बाद नेपाल के हिल्सा बॉर्डर पर फंसे हुए हैं। ये सभी तीर्थयात्री कैलाश पर्वत के दर्शन कर लौट रहे थे, लेकिन अब चीन-नेपाल सीमा के पास स्थित हिल्सा में रोके गए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए गोसाईगंज से विधायक अभय सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तीर्थयात्रियों की सुरक्षित और शीघ्र वापसी के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
किन तीर्थयात्रियों की हुई पहचान?
फंसे हुए तीर्थयात्रियों की पहचान, सुशील राजपाल, रमाकान्त यादव, मदन जायसवाल, शैलेन्द्र अग्रहरि (दिलीप), विकास गुप्ता, अभय विक्रम सिंह, चमन सिंह और अनूप सिंह के रूप में हुई है। सभी यात्री अयोध्या के निवासी हैं और उन्होंने तय कार्यक्रम के अनुसार कैलाश दर्शन पूरा कर लिया है, लेकिन वापसी के रास्ते में सीमा पार करने में बाधा आ रही है।
विधायक ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
विधायक अभय सिंह ने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में आग्रह किया है कि विदेश मंत्रालय और संबंधित एजेंसियों को निर्देशित किया जाए ताकि इन तीर्थयात्रियों को सुरक्षित भारत लाया जा सके। उन्होंने यात्रियों के मोबाइल नंबर भी पत्र में संलग्न किए हैं ताकि तत्काल संपर्क स्थापित किया जा सके। विधायक ने इसे मानवीय मुद्दा बताते हुए केंद्र से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
नेपाल के हिल्सा बॉर्डर पर क्यों रुके तीर्थयात्री?
नेपाल-चीन सीमा पर स्थित हिल्सा बॉर्डर एक प्रमुख ट्रांजिट प्वाइंट है जहां से कैलाश यात्रा के बाद तीर्थयात्री वापस आते हैं। खराब मौसम, प्रशासनिक अनुमति या सीमा पार आवाजाही से जुड़े किसी तकनीकी कारण के चलते यात्रियों को वहीं रोक लिया गया है।
परिजनों में चिंता, प्रशासन से उम्मीद
यात्रियों के फंसे होने की खबर मिलने के बाद परिजनों में बेचैनी है। अयोध्या जिला प्रशासन और केंद्र सरकार से लोगों को अब जल्द समाधान की उम्मीद है। यात्रा में शामिल तीर्थयात्रियों ने भी मोबाइल पर संपर्क बनाए रखा है, लेकिन सीमित नेटवर्क और संसाधनों के कारण स्थिति कठिन बनी हुई है।