बंगाल की खाड़ी में एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय! 25 और 26 सितंबर से एक बार फिर तेज बारिश का अलर्ट

नई दिल्ली: सितंबर खत्म होने की ओर है और देश के कई हिस्सों में मानसून विदाई की ओर बढ़ रहा है, लेकिन मध्यप्रदेश में बारिश का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। बीते रविवार को भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम, मंडला और नरसिंहपुर जैसे जिलों में रुक-रुक कर बारिश हुई, जिससे लोगों को उमस और गर्मी से थोड़ी राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में 24 सितंबर तक हल्की बारिश जारी रह सकती है, जबकि 25 और 26 सितंबर से एक बार फिर तेज बारिश की संभावना जताई जा रही है।
25-26 सितंबर को फिर से भारी बारिश के आसार
भारतीय मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि बंगाल की खाड़ी में एक नया वेदर सिस्टम सक्रिय हो सकता है, जिससे मध्यप्रदेश में फिर से बारिश का जोर बढ़ेगा। इस नए सिस्टम के प्रभाव से कई जिलों में तेज बारिश हो सकती है। हालांकि, अगले तीन दिनों तक भारी बारिश का कोई अलर्ट नहीं है, लेकिन कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
क्यों हो रही है बारिश जब मानसून जा रहा है?
हालांकि मानसून की विदाई का समय है, लेकिन एमपी में स्थानीय (लोकल) सिस्टम्स के कारण बारिश का सिलसिला बना हुआ है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जब कोई मजबूत सिस्टम नहीं होता, तब भी नमी और स्थानीय मौसम परिवर्तन के चलते बारिश होती रहती है। यही वजह है कि रविवार को कई शहरों में बारिश देखने को मिली।
किन जिलों में हुई बारिश?
रविवार को प्रदेश के 15 से ज्यादा जिलों में बारिश दर्ज की गई।
भोपाल में कोलार, भदभदा और कलियासोत डैम के गेट खुले रहे।
उज्जैन में दिनभर उमस और तपिश के बाद शाम को तेज बारिश से राहत मिली।
नरसिंहपुर और मंडला में भी रुक-रुक कर बारिश होती रही।
आगे क्या कहता है अलर्ट?
24 सितंबर तक – हल्की बारिश का सिलसिला जारी रहेगा
25-26 सितंबर – बंगाल की खाड़ी से बने सिस्टम के कारण तेज बारिश की संभावना
इसके बाद – धीरे-धीरे मानसून की विदाई शुरू हो सकती है