
संस्कृत ही भविष्य की वैश्विक भाषा बनेगी : सीएम योगी
कहा, सिलाई-कढ़ाई व कंप्यूटर प्रशिक्षण से स्वावलंबन की राह खुली
–सुरेश गांधी
वाराणसी : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह पूरे काशीवासियों का सौभाग्य है कि हमारी नगरी का नेतृत्व दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए जो योजनाएं शुरू की हैं, उनसे नारी आत्मनिर्भरता और सम्मान का नया अध्याय जुड़ा है। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ से लेकर उज्ज्वला योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना तक, हर पहल ने महिलाओं के जीवन में परिवर्तन की रौशनी भरी है। मुख्यमंत्री सोमवार को शिवपुर स्थित अन्नपूर्णा ऋषिकुल ब्रह्मचर्याश्रम संस्कृत महाविद्यालय में काशी अन्नपूर्णा अन्न क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा आयोजित सिलाई-कढ़ाई एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्र के 14वें सत्रांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने लगभग 250 बालक-बालिकाओं को सिलाई मशीन, लैपटॉप और प्रमाणपत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री के हाथों उपहार पाकर छात्र-छात्राओं के चेहरे खुशी से खिल उठे।
मां अन्नपूर्णा की कृपा से हम सबको अन्न मिलता है
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मां अन्नपूर्णा के प्रसाद स्वरूप ही हम सबको अन्न की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि यह आश्रम 108 वर्षों से समाजसेवा और संस्कार निर्माण का कार्य कर रहा है। महंत शंकर पुरी और उनकी पूरी टीम समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उन्होंने कहा कि इस आश्रम द्वारा संचालित प्रशिक्षण मिशन शक्ति के उद्देश्यों को आगे बढ़ाता है और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में अहम भूमिका निभा रहा है।
गरीबों को मिला सम्मान और स्वामित्व
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने गरीबों को सम्मानजनक जीवन देने के लिए अनेक योजनाएँ शुरू की हैं। घरौनी योजना के माध्यम से गरीबों को उनकी आवासीय भूमि का स्वामित्व देकर नारी सम्मान बढ़ाया गया है। उज्ज्वला योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक परिवारों को गैस कनेक्शन दिए गए। अब वाराणसी में पाइपलाइन से एलपीजी गैस की आपूर्ति शुरू हो चुकी है, जो प्रधानमंत्री के प्रयासों का प्रतिफल है।
वस्त्र क्षेत्र में खुले रोजगार के नए द्वार
सीएम योगी ने कहा कि कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार देने वाला क्षेत्र वस्त्र उद्योग है। महिलाओं के लिए सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण का सीधा संबंध इस सेक्टर से है। उन्होंने कहा कि जितनी अधिक महिलाएं सिलाई-कढ़ाई करेंगी, उतनी ही उनकी आय बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश की राजधानी में 1100 एकड़ में “वस्त्र मित्र पार्क” बनाया जा रहा है, जो रोजगार और निर्यात दोनों के लिए वरदान साबित होगा। “वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” योजना से स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बाजार में पहचान मिली है।
संस्कृत जोड़ेगी दुनिया को
मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्नपूर्णा मंदिर और संस्कृत महाविद्यालय न केवल शिक्षा का केंद्र हैं, बल्कि भारतीय संस्कृति के संवाहक भी हैं। यहां के छात्र वैदिक मंत्रोच्चार से हर कार्यक्रम को आध्यात्मिक बना देते हैं। संस्कृत केवल भाषा नहीं, भारत की आत्मा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में संस्कृत ही एक-दूसरे की संस्कृति को जोड़ने की भाषा बनेगी। सरकार संस्कृत के उत्थान के लिए छात्रवृत्तियों, शोध संस्थानों और उच्च शिक्षा में सुधार पर निरंतर कार्य कर रही है।
भारत का गौरव है तक्षशिला से वाल्मीकि तक की परंपरा
सीएम योगी ने कहा कि भारत ने दुनिया को ज्ञान दिया है। तक्षशिला विश्वविद्यालय और महर्षि पाणिनि की व्याकरण परंपरा ने शिक्षा की नई दिशा दिखाई। महर्षि वाल्मीकि ने संस्कृत में पहला महाकाव्य रचकर साहित्य की आधारशिला रखी। संस्कृत दिव्य ज्ञान की भाषा है, जिसमें भाव और भक्ति दोनों समाहित हैं। यही भाव विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है।
आश्रम ने दी सेवा की मिसाल
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री ने माता सरस्वती, भगवान महादेव और मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर दीप प्रज्वलन से की। महंत शंकर पुरी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि यह आश्रम समाजसेवा, संस्कृत संवर्धन और महिला प्रशिक्षण में निरंतर अग्रणी रहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल, आयुष मंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, एमएलसी राय धर्मेन्द्र सिंह, एमएलसी अन्नपूर्णा सिंह, पूर्व मंत्री एवं विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, विधायक डॉ. अवधेश सिंह, विधायक डॉ. सुनील पटेल, विधायक त्रिभुवन राम, विधायक सुशील सिंह, महानगर अध्यक्ष प्रदीप अग्रहरि, मंडलायुक्त एस. राजलिंगम, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल, डीआईजी वैभव कृष्ण, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल सहित अनेक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।