ग्वालियर में दलित संगठनों का आंदोलन कल, अलर्ट पर पुलिस… 3000 जवान तैनात

ग्वालियर : मध्य प्रदेश का ग्वालियर-चंबल फिर जातिगत विवाद में सुलग रहा है। ग्वालियर में बाबा साहब की मूर्ति को लेकर माहौल गर्म है। ग्वालियर में 15 अक्टूबर को कई दलित संगठनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इसको लेकर पुलिस अलर्ट है। कुल मिलाकर ग्वालियर साल 2018 की तरह सुलह रहा है। साल 2018 SC/ST और सवर्ण आंदोलन में 7 की मौत हो गई थी। ग्वालियर-चंबल में एकबार फिर वैसी ही स्थिति बन रही है। एक तरफ सोशल मीडिया पर ग्वालियर पहुंचने की अपील की जा रही है तो दूसरी ओर ग्वालियर पुलिस ने किसी भी उपद्रव या बवाल से निपटने को लेकर तैयारी कर रही है।
ग्वालियर में एक वर्ग बाबा साहब डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की मूर्ति लगाने के पक्ष में खड़ा है तो दूसरा सर बीएन राव की मूर्ति लगाना चाहता है। इस बीच हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल मिश्रा के बयान के बाद से माहौल गर्म है। बयान का विरोध हो रहा है। हर जिले के एसपी ऑफिस में दलित संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। दलित संगठन अनिल मित्रा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
इस घटना पर सियासत भी गर्म है। कांग्रेस विधायक फूलसिंह बरैया ने कहा कि विवाद नहीं थमा तो बड़ी हिंसा हो सकती है। वहीं बीजेपी के अनुसूचित जाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य का कहना है कि बाबा सहेब भीम राव अंबेडकर जैसे महापुरुष हमारी धरोहर हैं। संविधान बाबा साहेब अंबेडकर ने लिखा है। कुछ लोग भारत को कमजोर करना चाहते हैं। ग्वालियर शांतिप्रिय शहर है इसे शांत रहना होगा।
ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने अनिल मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। दलित संगठनों की ओर से सोशल मीडिया पर 15 अक्टूबर को ग्वालियर में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी जा रही है। वकील अनिल मिश्रा पर मामला दर्ज होने के बाद शहर के सभी वकीलों ने सपा और कलेक्टर का पुतला जलाकर इसका विरोध किया है। तनाव को देखते हुए ग्वालियर पुलिस अलर्ट है। पुलिस ने शहर में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं। सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है। 15 अक्टूबर को जिले भर में 3000 जवान तैनात रहेंगे। इसके साथ ही ग्वालियर चंबल संभाग के पांच जिलों की नाका चौकियों पर सुरक्षा बढ़ा दी है।
इसके साथ ही शहर के सभी होटलों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा रहा है। वहीं कलेक्टर और एसपी ने समाज के प्रमुख लोगों के साथ मंथन किया। एसपी और कलेक्टर संगठनों के बीच जाकर शांति की अपील कर रहे हैं। आंदोलन की चेतावनी को देखते हुए ग्वालियर में धारा 163 लागू कर दी गई है। किसी भी संगठन को धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है। यदि कोई धरना प्रदर्शन करता है या सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालता है तो उस पर कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
पुलिस मॉक ड्रिल आयोजित कर रही है। SSP ग्वालियर धर्मवीर यादव ने साफ कर दिया है कि किसी को धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। ग्वालियर में माहौल बिगड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों को भी चिन्हित किया गया है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। ग्वालियर के आसपास चंबल के पांच जिलों में 30 नाकों पर चेकिंग शुरू कर दी गई है। पुलिस ने सुरक्षा के लिए चार अतिरिक्त कंपनियां मांगीं हैं।