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गाजा पर फिर बरपा इजरायल का कहर: नेतन्याहू के आदेश पर IDF ने हमास ठिकानों को बनाया निशाना, ट्रंप का युद्ध विराम खत्म

नई दिल्ली: गाजा एक बार फिर भीषण हमलों की चपेट में है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निर्देश पर इजरायली सेना (IDF) ने मंगलवार रात हमास के ठिकानों पर जोरदार हवाई और जमीनी हमले किए। ये कार्रवाई तब की गई जब हमास ने राफा इलाके में इजरायली सैनिकों पर गोलीबारी और एंटी-टैंक मिसाइल से हमला किया।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि नेतन्याहू ने सेना को “तुरंत और शक्तिशाली जवाबी कार्रवाई” का आदेश दिया है। यह हमला उस समय हुआ जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुआ युद्धविराम समझौता पहले से ही नाजुक स्थिति में था। अब इस नए संघर्ष से सीजफायर के भविष्य पर गंभीर सवाल उठ गए हैं।

हमास का हमला और इजरायली पलटवार
इजरायली रक्षा बल (IDF) के अनुसार, मंगलवार शाम हमास के लड़ाकों ने राफा सेक्टर में इजरायली जवानों पर एंटी-टैंक मिसाइल दागी और गोलीबारी की। इस हमले में कुछ सैनिक घायल हुए। इजरायल ने इस कार्रवाई को “युद्धविराम का सीधा उल्लंघन” बताया और कहा कि अब की प्रतिक्रिया “पहले की तुलना में कहीं अधिक कठोर” होगी।

एक इजरायली सैन्य अधिकारी ने द जेरूसलम पोस्ट से कहा —“हमास के मौजूदा उल्लंघन अब और नहीं सहे जाएंगे। यह जवाब पहले से कई गुना अधिक कड़ा और निर्णायक होगा।”

गाजा में भारी गोलाबारी, सीमा पर तनाव
IDF ने गाजा पट्टी में कई ठिकानों पर हवाई हमले, टैंक शेलिंग और ड्रोन स्ट्राइक की। सैन्य सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई इसलिए की गई ताकि हमास सीमावर्ती येलो लाइन पार कर इजरायली इलाकों में सैनिकों पर खतरा न बढ़ा सके। हमले के बाद इजरायली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने आपात बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा की और सीमा क्षेत्रों में लगाए गए सुरक्षा प्रतिबंध हटा दिए।

बंधकों के शवों को लेकर बढ़ा विवाद
इस बीच, हमास द्वारा इजरायली बंधकों के शव लौटाने में देरी से विवाद और गहराया है। इजरायली खुफिया सूत्रों ने बताया कि यदि हमास बंधकों के शव वापस नहीं करता, तो इजरायल पांच संभावित विकल्पों पर विचार कर रहा है—

गाजा पर ऑपरेशनल कंट्रोल बढ़ाना, हमास नेताओं पर लक्षित हमले, बंधकों के शवों की वापसी के लिए विशेष सैन्य अभियान, राजनयिक दबाव और वर्तमान युद्धविराम समझौते को समाप्त करना।

एक इजरायली सूत्र ने कहा कि हमास के पास दर्जनों बंधकों के अवशेषों की जानकारी है, लेकिन उसने उन्हें लौटाने के लिए “पर्याप्त प्रयास नहीं किए।” वहीं, हमास ने दावा किया है कि वह सिर्फ उन्हीं बंधकों के शव लौटा सकता है जिन तक उसकी पहुंच है, बाकी शव गाजा में चल रहे हमलों के कारण लापता हो चुके हैं।

अंतरराष्ट्रीय चिंता बढ़ी
गाजा में फिर से बढ़ते तनाव ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में चिंता बढ़ा दी है। संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। वहीं, अमेरिकी प्रशासन ने भी कहा है कि वह ट्रंप द्वारा कराए गए सीजफायर को बचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन हालात “काफी जटिल” हैं।

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