जगन शाह-“स्मार्ट सिटी सफल हुई तो क्रान्ति आ जाएगी”
एजेन्सी/नई दिल्ली।आपके शहर में कोई जगह ऐसी हो, जहां तारों का जंजाल नहीं हो, अतिक्रमण नहीं हो, जरा भी गंदगी न हो, पार्किंग की कोई समस्या नहीं हो, बिजली-पानी 24 घंटे उपलब्ध हों, सैनिटेशन हो, सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त हों, साफ-सुथरी चौड़ी सड़कें हों, क्वालिटी समय बिताने के लिए पब्लिक प्लेस हो, तो कैसा लगेगा? अच्छा लगेगा न।
स्मार्ट सिटी में बस यही होना है? हां, अभी ये सब सिर्फ एक सीमित क्षेत्र में होना है, लेकिन यह अगर सीमित क्षेत्र में ही सही सफल हो गया तो देश के शहरों में क्रान्ति आ जाएगी। ये इलाके शहर के दूसरे हिस्सों के लिए उदाहरण बनेंगे, वहां हो सकता है तो यहां क्यों नहीं?
ये क्रान्ति 100 शहरों तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि ये छूट गए 500 शहरों तक भी पहुंचेगी। ये स्मार्ट सिटी शहर भारत की शहरी समस्याओं का समाधान खोजने की लिए बनी 100 लैब की तरह हैं।
स्मार्ट सिटी चयन समिति के अध्यक्ष और मिशन के साथ शुरुआत से जुड़े नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स के निदेशक प्रोफेसर जगन शाह ने पत्रिका से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने बताया कि तीन शहरों में एसपीवी बन चुकी है। सात अन्य शहरों में भी काम लगभग पूरा हो चुका है। जून अंत तक इन शहरों में काम शुरू हो जाएगा।