उत्तराखंड

उत्तराखंड का उभरता स्वर्णिम अध्याय: पुष्कर सिंह धामी — युवा नेतृत्व की नई परिभाषा

देहरादून: उत्तराखंड आज जिस आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है, उसके केंद्र में एक ऐसा नेतृत्व खड़ा है जिसने राजनीति को “काम की राजनीति” में बदल दिया है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी। एक ऐसा नाम, जिसमें युवा ऊर्जा भी है, संवेदनशीलता भी, और निर्णायक फैसले लेने का साहस भी। धामी ने साबित कर दिया है कि नेतृत्व उम्र से नहीं, दृष्टि से बड़ा होता है।

खनन से रिकॉर्ड राजस्व : विकास की रफ्तार को मिला टर्बो इंजन

धामी सरकार द्वारा लाई गई पारदर्शी खनन नीति ने उत्तराखंड को इतिहास का सबसे अधिक राजस्व दिया। इस पैसे से होगा उत्तराखंड में नई सड़कों का निर्माण।बेहतर होंगी स्वास्थ्य सुविधाएं शिक्षा और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा।आपदा और राहत कार्यों के साथ होगा पुनर्वास। यही राजस्व आज राज्य के विकास को डबल इंजन की असली स्पीड देगा।

युवाओ को क्यों है धामी पर सबसे बड़ा भरोसा

उत्तराखंड का युवा पहली बार महसूस कर रहा है कि उसके लिए कोई नेता दिल से काम कर रहा है। जिसने भारत का सबसे सख़्त एंटी-नकल कानून लागू किया।पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया का मॉडल तैयार किया।तेज़ रिज़ल्ट और स्पीडप जॉइनिंग। हर सेक्टर में युवाओं के लिए नए अवसर।यही कारण है कि धामी आज युवाओं के सबसे प्रेरणादायक नेतृत्व बन चुके हैं।

संवेदनशीलता जो दिल छू ले-यह सिर्फ राजनीति नहीं, यह रिश्तों का नेतृत्व है

आपदा हो या पर्वतीय गांवों में रहने वाले उत्तराखंडी का कोई दुख, धामी सबसे पहले हर पीड़ित का दुख बॉटते नजर आते हैं । धामी सिर्फ सांत्वना नहीं देते वो लोगों के साथ संवाद स्थापित करते है, उनके साथ बैठते हैं, बात करते हैं, उन्हें अपना समझते हैं और उनके अपनत्व का एहसास कराते हैं। इसीलिए लोग कहते हैं—
“धामी नेता बाद में है,हमारे घर का बेटा पहले है,”

धामी मॉडल-

नेशन फस्ट, तेज़ फैसले, ज़ीरो टॉलरेंस और जनता की सरकार । धामी सरकार ने वो फैसले लिए हैं जिन्हें लेने का साहस अक्सर सत्ता में बैठे लोग नहीं दिखा पाते जैसे धर्मांतरण विरोधी कानून को सख़्त बनाना।महिलाओं की सुरक्षा पर कड़े प्रावधान तैयार करना।नकल माफिया पर ऐतिहासिक कार्रवाई करना।पर्यटन और धार्मिक स्थलों का असाधारण विकास करना। पहाड़–मैदान में कनेक्टिविटी का मजबूत नेटवर्क तैयार करना। इन कदमों ने धामी मॉडल को गुड गवर्नेंस का राष्ट्रीय उदाहरण बना दिया है।

विपक्ष के तर्कों पर जनता का एक ही जवाब-“धामी पर भरोसा है”

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि उत्तराखंड की राजनीति में इतनी लोकप्रियता, इतनी स्थिरता और इतना जनसमर्थन बहुत कम नेताओं को मिला है। विपक्ष चाहे जितने सवाल उठाए, जनता का फैसला साफ है-“धामी ही उत्तराखंड का वर्तमान भी हैं और भविष्य भी।”

उत्तराखंड की आत्मा से जुड़ा नेतृत्व

पहाड़ का दर्द समझना, युवाओं की भावनाओं को सुनना, माताओं-बहनों का सम्मान करना-यह धामी जी के नेतृत्व की पहचान है।उत्तराखंड की जनता को लंबे समय बाद लगा है कि कोई उन्हें सिर्फ वोटर नहीं, अपना परिवार समझता है।

धामी-वो नेतृत्व जिसकी तलाश उत्तराखंड को थी

आज उत्तराखंड एक नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। इस यात्रा के कप्तान हैं- पुष्कर सिंह धामी: युवा, तेज़, ईमानदार, निर्णायक और हर दिल अज़ीज़ नेता।जिनके लिए उत्तराखंड की जनता एक स्वर में कह रही है-

“धामी जैसा लीडर न पहले था, न आगे होगा।”
“यह सिर्फ सरकार नहीं, धामी काल का स्वर्णिम युग है।”

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