
शिवपुर मोहरनिया गौशाला में गोवंश भूखों मरने की कगार पर
भूसा, चारा, पानी और चिकित्सा सुविधा के अभाव में बदहाल स्थिति, जिम्मेदारों पर लापरवाही के आरोप
–नबी अहमद
रुपईडीहा (बहराइच) : नगर पंचायत रुपईडीहा के पश्चिम स्थित ग्राम सभा शिवपुर मोहरनिया की गौशाला बदहाली का शिकार है। यहां मौजूद लगभग 175 गोवंश चारा, भूसा और चिकित्सा सुविधा के अभाव में तड़प रहे हैं। निरीक्षण में पाया गया कि गायों की हड्डी—पसलियां साफ दिखाई दे रही थीं और भूख से उनका पेट पिचका हुआ था। गौशाला परिसर में पानी की भी कोई समुचित व्यवस्था नहीं मिली। एक पानी की टंकी में कीचड़ भरा हुआ था, जिस पर घास उगी थी। जबकि दूसरी टंकी में मात्र थोड़ी मात्रा में पानी मिला। चरने के लिए केवल कटा हुआ धान का पुआल ही उपलब्ध था जबकि बगल के गोदाम में पुआल का ढेर लगा हुआ था। गौशाला में 2–3 गोवंश मरणासन्न अवस्था में पड़े मिले।
मौके पर मौजूद भुरऊ व मतलूब अली ने बताया कि उन्हें केवल धान का कटा हुआ पुआल ही दिया जाता है। इसके अलावा कोई अन्य आहार उपलब्ध नहीं कराया जाता। सरकार गौशालाओं पर भारी खर्च करती है। लेकिन यहां की स्थिति सरकारी दावों को झुठलाती नजर आई। निरीक्षण में देखा गया कि सीसीटीवी कैमरे बंद पड़े थे। ज्यादातर गोवंशों के कानों में टैग नहीं लगे थे। केवल टैग नम्बर 951003 देखा गया। कई गायें बीमार पड़ी थीं। लेकिन उनका इलाज करने वाला कोई मौजूद नहीं था। चौकीदारों ने बताया कि डॉक्टर कभी कभार ही आते हैं और हरे चारे की कोई व्यवस्था नहीं है।
जब पशु चिकित्सक डॉ. अंकुर बिहारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे बीमारी के चलते कई दिनों से गौशाला नहीं जा पाए हैं। उनके अनुसार गौशाला में कुल 175 गोवंश पंजीकृत हैं? जिनके लिए सरकार 50 रुपये प्रति गोवंश प्रतिदिन की दर से 8,750 रुपये प्रतिदिन देती है। ग्रामीणों का कहना है कि डॉक्टर नियमित रूप से नहीं आते और बीमार गायों का ठीक से इलाज नहीं होता। गौशाला संचालन की जिम्मेदारी गांव की प्रीति गुप्ता पर है। जबकि उनके पति राजकुमार गुप्ता संचालन करते हैं। उनसे संपर्क करने पर उन्होंने कहा कि मेरी अनुमति के बिना गौशाला में क्यों गए? साथ ही अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए यह भी कहा कि पूर्व में उन पर गबन का मुकदमा दर्ज हुआ था लेकिन कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाया।
इस बारे में एडीओ पंचायत विकास अवस्थी ने बताया कि गौशाला का निरीक्षण करेंगे और व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी। इस संबंध में खंड विकास अधिकारी नवाबगंज राहुल पांडेय ने बताया कि गौशाला की दुर्दशा का मामला संज्ञान में आया है। मैं स्वयं टीम के साथ मौके पर पहुँचकर पूरे मामले की जांच करूँगा। चारा, पानी और चिकित्सा सुविधा में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिम्मेदारों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और व्यवस्था को तत्काल सुधारने के निर्देश दिए जाएंगे।



