सेन्यार तूफान ने समंदर में बरपाया कहर — जानें कब तट से टकराएगा चक्रवात

नई दिल्ली: मलक्का जलसंधि पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है। यह बुधवार को ही दोपहर बाद इंडोनेशिया के तट से टकरा सकता है। इसी बीच बंगाल की खाड़ी पर भी कम दबाव का क्षेत्र ऐक्टिल हो गया है जो कि तूफान का रूप ले सकता है। दरअसल इस समय दो मौसमी सिस्टम ऐक्टिव हैं। मलक्का स्ट्रेट के अलावा दक्षिण श्रीलंका के पास बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र तूफान का रूप ले रहा है। इस वजह से ओडिशा, पश्चिम बंगाल और दक्षिण के राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
मौसम विभाग ने बताया कि मलक्का स्ट्रेट पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान ‘सेन्यार’ में बदल गया है। यह भारतीय समय के अनुसार शाम को 5:30 बजे तक तट से टकराएगा। बता दें कि मलक्का स्ट्रेट अंडमान सागर से सटा हुआ है। दोनों सिस्टम की वजह से तमिलनाडु, पुदुच्चेरी, आंध्र प्रदेश और केरल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि सेन्यार चक्रवात का असर अगले 24 घंटे तक देखा जाएगा। बुधवार को ही यह इंडोनेशिया के तट को क्रॉस कर जाएगा। इसके बाद तूफान दक्षिण पश्चिम की ओर मुड़ सकता है। इस दौरान तटीय इलाकों में 70 से 90 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग के मुताबिक 26 नवंबर को ही निकोबार द्वीपसमूह पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा 27 नवंबर को हल्की बारिश हो सकती है। 28 नवंबर से मौसम में सुधार शुरू हो जाएगा।
बंगाल की खाड़ी में भी उठ रहा तूफान
खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र से कावेरी डेल्टा, तमिलनाडु के दक्षिणी और दक्षिणी तटीय जिलों में भारी बारिश हुई और अगले 24 घंटों में यह चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा। आईएमडी ने कहा है कि गुरुवार को ही यह चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा। इससे तमिलनाडु और केरल के तटीय इलाकों मे भारी बारिश की संभावना है। मंगलवार को तमिलनाडु के स्कूल और कॉलेजों को बंद रखने का आदेश दिया गया था।



