
चंडीगढ़ : दिल्ली ब्लास्ट की जांच अभी चल ही रही थी कि NIA का एक और तगड़ा ऐक्शन सामने आया है। एनआईए और पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में हरियाणा के नूंह जिले (Nuh district) से एक वकील को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान तावड़ू खंड के गांव खरखड़ी के रहने वाले रिजवान पुत्र जुबेर के रूप में हुई है। रिजवान गुरुग्राम कोर्ट में प्रैक्टिस करता है। सूत्रों के मुताबिक रिजवान का एक साथी वकील भी हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ जारी है।
रिजवान पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान में कुछ लोगों से ऑनलाइन संपर्क किया और संदिग्ध वित्तीय लेन-देन किया। जांच एजेंसियों को जब इसकी भनक लगी तो छानबीन शुरू हुई। रिजवान के मोबाइल में वॉट्सऐप चैट, कॉल डिटेल और अन्य डिजिटल साक्ष्य मिले, जिनके आधार पर उसे हिरासत में लिया गया।
रिजवान के परिवार के कुछ लोग बंटवारे के समय पाकिस्तान चले गए थे। इसके बाद से रिजवान और इसके परिवार का पाकिस्तान आना-जाना लगा रहता है। रिजवान भी पाकिस्तान जा चुका है। इसके बाद वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में आ गया।जांच एजेंसी अब आरोपी रिजवान से पूछताछ कर रही है। पता लगाया जा रहा है कि वह कितनी बार पाकिस्तान गया और किसकी मदद से गया।
वहीं, रिजवान के परिजनों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है। उनके पिता जुबैर ने बताया कि पाकिस्तान में हमारे रिश्तेदार हैं और उनसे सामान्य बातचीत होती रहती है, लेकिन देश विरोधी किसी भी गतिविधि में रिजवान शामिल नहीं है। 24 नवंबर की शाम रिजवान सोहना कोर्ट से घर लौट रहा था। रास्ते में अपने साथी के साथ वो ससुराल में रुक गया। अचानक से पुलिस ने उसे उठा लिया।
दो दिन पूछताछ के बाद बुधवार सुबह दिल्ली और स्थानीय पुलिस की टीम गांव पहुंची और घर की तलाशी ली। रिजवान के कमरे से कुछ दस्तावेज बरामद करने के बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया। गांव के सरपंच अशफाक ने कहा कि रिजवान एक काबिल वकील है। गुरुग्राम, नूंह और सोहना कोर्ट में प्रैक्टिस करता है। उसका सम्मानित परिवार है, कभी ऐसी कोई शिकायत नहीं आई।
गौरतलब है कि एनआईए का यह ऐक्शन दिल्ली ब्लास्ट की जांच के बीच आया है। इससे पहले एनआईए ने लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए हमले के सिलसिले में सातवें आरोपी के रूप में फरीदाबाद के धौज इलाके से शोएब को दबोचा। शोएब हमलावर डॉ. उमर उन नबी का मददगार बताया जाता है। आरोप है कि शोएब ने आतंकी उमर को छिपाने के साथ ही उसको साजो-सामान भी मुहैया कराया था।



