इसी नाते मोदी पिछड़ों व अति पिछड़ों को आरक्षण देने समेत हर पिछड़े परिवार के एक सदस्य को नौकरी और खाते में 15 लाख नकद जमा कराने का वादा पूरा नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा, केंद्र ने पिछड़ों के उत्थान के लिए अब तक कुछ नहीं किया।
मुलायम सपा मुख्यालय में मंगलवार को महाराज निषाद राज गुह्य और महर्षि कश्यप जयंती समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा, पिछड़ों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए वह पीएम से कई बार बात कर चुके हैं लेकिन लोकसभा में सपा के अलावा कोई दल यह मुद्दा नहीं उठाता। सपा के संघर्षों का ही परिणाम है कि पिछड़ों के बच्चे आज स्कूल में पढ़ रहे हैं।
इस मौके पर मुलायम ने समारोह में पहुंचे निषाद समुदाय के लोगों को उलाहना भी दिया। कहा, बसपा को मजबूत तो पिछड़ी और अति पिछड़ी जाति के लोगों ने ही किया, लेकिन बसपा ने उनके लिए कुछ नहीं किया जबकि सपा लगातार उनकी लड़ाई लड़ रही है।
समारोह में कुछ लोगों द्वारा दिल्ली कूच करने के सुझाव पर सपा सुप्रीमो ने कहा, इससे पहले सभी को संगठित होकर अपनी तैयारी करनी होगी। जिस तरह यादव महासभा ने यादवों को एकजुट किया, उसी तरह निषाद व मल्लाहों को भी पहले खुद एकजुट होना होगा। इसके बाद दिल्ली कूच करें। तैयारी ऐसी होनी चाहिए कि पूरी दिल्ली जाम हो जाए।
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री राम गोविंद चौधरी ने कहा, सपा सरकार ने दलितों व पिछड़ों को जीने का साधन मुहैया कराया। कुम्हारों को मुफ्त मिट्टी का तो मछुवारों को बालू का पट्टा दिया।
भूतत्व एवं खनिकर्म मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने कहा, लोकसभा चुनाव में छलिया ने पिछड़ों को छलने का काम किया। पिछड़ों को सब्जबाग दिखाकर वोट तो ले लिया, पर सरकार बनी तो भूल गए।
अगर 17 पिछड़ी जातियां एकजुट हो जाएं तो लोकसभा से लेकर विधानसभा तक इस जाति के सदस्यों की संख्या बढ़ेगी।