नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा करने के बाद शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने उन्हें विधानसभा में जन लोकपाल विधेयक पेश करने से रोका और चेतावनी दी कि दोनों पार्टियों को जनता सबक सिखाएगी। शहर के बीच में स्थित पार्टी मुख्यालय पर जुटे आप कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि वे अपनी 49 दिनों पुरानी अल्पमत सरकार का इस्तीफा उपराज्यपाल नजीब जंग को सौंपेंगे और विधानसभा भंग करने की सिफारिश करेंगे। आप नेता ने कांग्रेस और भाजपा पर हमला बोलते हुए उद्योगपति मुकेश अंबानी के हाथों की कठपुतली करार दिया। आप सरकार ने मुकेश अंबानी के खिलाफ गैस मूल्य वृद्धि मुद्दे पर दो दिनों पूर्व आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। कार्यालय के पहले माले की एक खिड़की से कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने तब हाथ मिला लिया जब उन्होंने ‘जन लोकपाल विधेयक पेश करने की कोशिश की।’ केजरीवाल ने कहा ‘‘भारत के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 1० वर्षों से अंबानी कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार का वित्तपोषण करते रहे और पिछले एक वर्ष से वह भाजपा के प्रधानमंत्री पद प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को सहारा दे रहे हैं। केजरीवाल ने यह सवाल उठाया कि देश भर की रैलियों को संबोधित करने के लिए मोदी के हेलीकाप्टर का भाड़ा कौन चुका रहा है? उन्होंने कहा ‘‘जिस घड़ी मैंने अंबानी और भाजपा के खिलाफ कार्रवाई की उसी दम भाजपा और कांग्रेस ने हाथ मिला लिया।’’ इतना सुनना था कि वहां जुटे आप के समर्थक दोनों दलों के खिलाफ नारे बुलंद करने लगे।