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BJP विधायक जोशी ने कहा, कसूरवार साबित हूं तो काट दो मेरे पैर

ganesh_joshi_death_2016421_105737_21_04_2016नई दिल्ली। उत्तराखंड पुलिस के घोड़े ‘शक्तिमान’ ने 37 दिनों के बाद बुधवार को आखिरकार दम तोड़ दिया। 14 मार्च को भाजपा के प्रदर्शन में जख्मी होने के बाद उसका बायां पैर काटा गया था। इस मामले के आरोपी भाजपा विधायक गणेश जोशी ने कहा, ‘इस मामले में मेरी कोई गलती नहीं है। अगर दोषी साबित हुआ तो मेरी टांग काट देना।’

उत्तराखंड भाजपा प्रमुख अजय भट्ट ने कहा, ‘शक्तिमान की मौत के लिए कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। जानबूझकर उसका सही तरीके से इलाज नहीं किया गया। इसके चलते ही टांग काटनी पड़ी और मौत हो गई। कांग्रेस सरकार घोड़े की आड़ में अपना करप्शन छुपा रही है।’

दूसरी तरफ, केंद्रीय मंत्री और पशु अधिकारों की पैरोकार मेनका गांधी ने पुलिस के घोड़े शक्तिमान की मौत के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को गिरफ्तार करने की मांग की है। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा है कि अब पशुओं को पुलिस बलों का हिस्सा नहीं होना चाहिए।

मेनका गांधी ने कहा, ‘मैं शक्तिमान की मौत से बहुत दुखी हूं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। घोड़ों को अब हमारे पुलिस बल का हिस्सा नहीं होना चाहिए।’ पुलिस और भाजपा प्रदर्शनकारियों के बीच 14 मार्च को हुई झड़प के दौरान बुरी तरह पीटे जाने के बाद शक्तिमान ने अपना एक पांव खो दिया था। 13 वर्षीय घोड़े को कृत्रिम टांग लगायी गयी और तब से वह पुलिस लाइन में ही था। शक्तिमान एक प्रशिक्षित घोड़ा था और वर्षों से उत्तराखंड पुलिस का हिस्सा था।

बता दें कि बुधवार की शाम शक्तिमान घोड़े की मौत हो गई। शक्तिमान 14 मार्च को भाजपा के विधानसभा घेराव के दौरान घायल हो गया था। मसूरी विधायक गणेश जोशी ने घोड़े पर लाठियां चलाई थी। घोड़े को घायल करने पर उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं। शक्तिमान की मौत के बाद उन्होंने पुलिस लाइन जाकर श्रद्धांजलि दी।

 

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