जीवनशैली

क्‍या आपके पीरियड्स भी हैं अनियमित, तो इसे जरूर पढ़ें

tired-625_625x350_41446185585नयी दिल्‍ली: आज की दौड़ती-भागती जिंदगी में महिलाओं में मासिक धर्म या पीरियड का अनियमित होना एक आम समस्या बन गया है। समय पर पीरियड न होना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन लम्‍बे समय तक इस ओर ध्‍यान न देना आपके लिए हानिकारक साबित हो सकता है। समय पर पीरियड्स न होने का क्‍या कारण है और इससे कैसे बचा जा सकता है आइए जानते हैं।

तनाव, हमारे जीवन में बहुत-सी चीजों को प्रभावित करता है, जिसमें हमारे पीरियड भी शामिल है। तनाव के कारण GnRH नामक हार्मोन की मात्रा कम बनने लगती है, जो मासिक धर्म न होने का एक बड़ा कारण है। रेग्‍यूलर पीरियड और तनाव को दूर करने के लिए अपने डॉक्‍टर से सलाह जरूर लें।

अचानक बीमार होना जैसे बुखार, कोल्‍ड, कफ या फिर लम्‍बे समय तक बीमार रहना भी पीरियड को अनियमित करता है। आमतौर पर यह अस्थायी होता है। आप जैसे-जैसे अपनी बीमारी से उबरने लगते हैं आपके पीरियड रेग्‍यूलर होने लगेगें।
 

आपके शैडयूल में परिवर्तन होना, जिसमें नाइट शिफ्ट में काम करना, आउट ऑफ स्‍टेशन जाना या घर पर शादी-पार्टी होना शामिल है, आपकी बॉडी को प्रभावित करते हैं। ऐसे में अगर आपके पीरियड अनियमित हो जाते हैं तो घबराएं नहीं, जैसे-जैसे आप इस परिवर्तन के आदि होते जाएंगे, आपके पीरियड नियमित हो जाएंगे।
 

गर्भनिरोधक गोलियां और कुछ अन्य दवाएं भी आपके पीरियड को अनियमित कर सकते हैं। अगर ऐसा हो तो डॉक्‍टर से सम्‍पर्क जरूर करें।
           

अनियमित मासिक धर्म का एक बड़ा कारण ओवरवेट होना भी है। प्रोपर एक्‍सरसाइज करें और हेल्‍दी डाइट लें।
 

प्री-मेनोपाज के दौरान भी पीरियड अनियमित होने लगते हैं। कुछ महिलाओं में इस दौरान भारी रक्‍तस्राव तो किसी को कम ब्लिडिंग होने लगती है।
 

असंतुलित हार्मोन भी अनियमित पीरियड का एक कारण होते हैं। टीनएजर्स में, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम नामक हार्मोन का असंतुलित होना आम बात है। यह हार्मोन ही उनके पीरियड को प्रभावित करता है।
 

पीरियड शुरू होने के शुरूआती समय में कई टीनएजर्स को अनियमित पीरियड होने की समस्‍या रहती है। इस दौरान शरीर के हार्मोन समायोजित नहीं होते और ओवरीज से हर महीने एग्‍स रिलीज नहीं हो पाते। जिस कारण आपका साइकिल अनियमित होने लगता है, यह समस्‍या 3 माह के अंदर ठीक हो जाती है।

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