

इतना ही नहीं सबकुछ अपने मोबाइल फोन पर शूट भी करते रहे. लेकिन एसएचओ साहब का ये काला सच शायद कभी बाहर नहीं आता, यदि इस गैर कानूनी और गैर इंसानी इंटैरोगेशन के बाद इस लड़की ने शर्म और अपमान के मारे खुदकुशी ना कर ली होती. लड़की ने इस इंटैरोगेशन के बाद अदालत की दहलीज पर जहर खाकर जान तो दी ही, सुसाइड नोट में एसएचओ साहब की करतूतों का पूरा कच्चा-चिट्ठा भी खोल गई. इसके बाद पूरे मामले से पर्दा हट गया. इंस्पेक्टर को बर्खास्त कर जेल भेज दिया गया.
एसएचओ- राखी बंधवाने के बाद तुम्हारे कितने बार रिलेशनशिप हुए इससे?
रेखा- चल ही रहे थे.
एसएचओ- लास्ट टाइम कब हुआ?
रेखा- याद नहीं.
एसएचओ- तुम्हारे अलावा और किसी औरत से है इसका? तुम्हारे घर में कौन-कौन आता है?
रेखा- कोई नहीं.
एसएचओ- क्या बच्चों को पता है कि तुम्हारे इनके बाप से अवैध संबंध हैं?
रेखा- हां.
एसएचओ- और हां, बच्चे इस रिश्ते को स्वीकार करते हैं?
रेखा- हां, डर के मारे नहीं बोलते.