ठगी कर नौकरी के बहाने भेजा दुबई
अमेठी जिले के दो थाना क्षेत्रों के रहने वाले 40 बेरोजगारों के साथ विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की गई। किसी से एक लाख तो किसी से डेढ़ लाख रुपये ठगे गए। सिक्योरिडी गार्ड की नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया। सभी को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेजा गया।
ठगी का भंडाफोड़ होने पर दुबई में 30 लोगों को बंधक बना लिया गया है। किसी तरह चंगुल से बचकर आए 10 बेरोजगारों ने बुधवार को अमेठी एसपी हीरालाल को इसकी विस्तृत जानकारी दी। एसपी के निर्देश पर मोहनगंज क्षेत्र के रहने वाले ठग
गिरोह के सरगना आजम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई।
अमेठी जिले के मोहनगंज थाना क्षेत्र के पूरे लाल मजरे पूरा गांव निवासी राजेश कुमार और राजकरन सिंह को क्षेत्र के पूरे शुक्लन मजरे भागीरथपुर गांव के मो. आजम ने 16 अप्रैल 2016 को टूरिस्ट वीजा पर दुबई भेजा था। इन दोनों से एक-एक लाख रुपये लिए थे और कहा था कि दुबई में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिला देंगे। जिससे उन्हें प्रतिमाह 15 से 20 हजार रुपये मिलेंगे। दुबई जाने पर उन्हें नौकरी नहीं मिली।
बताया कि उनके अलावा जामो थाना क्षेत्र के आठ बेरोजगार किसी तरह वहां से बचकर चार दिन पहले यहां आ गए। पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी हीरालाल ने पुलिस को कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
इस पर बुधवार को मोहनगंज थाने में राजेश व राजकरन की तहरीर पर इसी क्षेत्र के पूरे शुक्लन मजरे भागीरथपुर निवासी मो. आजम के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई। सरगना आजम फरार है।
पीड़ितों का कहना है कि किसी से एक लाख तो किसी से डेढ़ लाख रुपये ठगे गए हैं। थानेदार रामराघव सिंह का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है।
इनको भी भेजने वाला था दुबई
दुबई से आये युवकों के अनुसार ठग गिरोह का सरगना आजम सिर्फ मोहनगंज, जामो क्षेत्र के नहीं, बल्कि सुल्तानपुर जिले तक के बेरोजगारों साथ ठगी कर चुका है।
मकदूमपुर के फूलचंद्र, पूरे रूढ़शाह का पुरवा के चंद्र कुमार, पूरे छितई जामो के नरेंद्र कुमार, पूरे चिकई जामो के महताब, पूरे दल बनियन के छेदी, अलाईपुर के मान सिंह, गोरियाबाद के तेजभान, पूरे लालशाह के रामलखन से भी एक-एक लाख रुपये नौकरी के दिलाने के नाम पर ठगी की गई है। इन सभी को भी जल्द दुबई भेजने की तैयारी थी, लेकिन इससे पहले ही ठगी का खुलासा हो गया।
मोहनगंज थाने में ठगी की एफआईआर लिखाने वाले राजेश व राजकरन ने दुबई में किस तरह बेरोजगारों को बंधक बनाकर रखा गया है, इसकी मोबाइल से तस्वीर भी खींच ली। यही नहीं उसने एजेंट की भी फोटो खींची।
उन्होंने मोबाइल से ली गई तस्वीर को एसपी समेत अन्य पुलिस अफसरों को दिखाया। जिसके बाद मामले में तेजी दिखाई गई। उनका कहना है कि आरोपी जानमाल की धमकी दे रहा था। मामला का खुलासा न हो इसलिए बंधक बनाए है। ताकि लोग किसी से इस मामले की दुबई में शिकायत न कर सकें।
इस पर अमेठी के एसपी हीरालाल का कहना है कि मोहनगंज थाने में ठगी की एफआईआर दर्ज करा दी गई है। आरोपी की धरपकड़ के लिए मोहनगंज पुलिस टीम को लगाया गया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही तय हो पाएगा कि अब तक कितने लोगों के साथ नौकरी के नाम पर ठगी की गई है और कितने लोगों को दुबई में बंधक बनाकर रखा गया है। मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी।