यूपी बोर्ड: फेल होने से छात्र-छात्रा ने लगा ली फांसी
छोटी थी,इसलिए सबकी दुलारी थी शालू
राजघाट निवासी शालू के पिता बहरैची काफी दिन तक खाड़ी देशों में रहकर नौकरी करते रहे। बावजूद इसके घर की माली हालत ठीक नहीं है। दो भाई अनिल (27 ) व विजय ( 25) के अलावा तीन बहनों पूनम ( 23) व नीलम (21) के बाद शालू सबसे छोटी थी। घर में छोटी होने की वजह से वह घर की सबसे दुलारी थी। उसके इस तरह आत्महत्या कर लेने से पूरा परिवार बदहवास है।
रविवार को जितेंद्र घर से रिजल्ट देखने इंटरनेट कैफे गया था। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। शाम तीन बजे परिवार वालों को खबर मिली कि गांव से कुछ दूरी पर तिलक सिंह के खेत में पेड़ पर जितेंद्र की लाश लटकी है। बदहवास परिवार वाले पहुंचे, जितेंद्र की मौत हो चुकी थी। गांव वालों ने शव पेड़ से उतारने के बाद पुलिस को खबर दी।
जितेंद्र के पिता शिशुपाल हरियाणा में रहकर नौकरी करते हैं। पांच भाइयों में वह तीसरे नंबर का था। घटना के बाद मां गीता देवी बदहवास है। जितेंद्र के खुदकुशी करने की सूचना शिशुपाल को दे दी गई है। परिवार वाले भी मान रहे हैं कि उसने फेल होने की वजह से खुदकुशी की है। जितेंद्र की जेब से हाईस्कूल की इंटरनेट से निकाली गई फेल की मार्कशीट मिली है। जिसमें वह छह विषय में से पांच में फेल है।