इस पर गावस्कर ने समाचार चैनल एनडीटीवी से कहा ‘‘श्रीनिवासन दोषी करार दिए जाने तक निर्दोष हैं। मैं कानून का ज्ञाता नहीं लिहाजा इस मसले पर ज्यादा नहीं बोलूंगा। लेकिन एक सलामी बल्लेबाज के तौर पर मैं किसी भी चुनौती के लिए तैयार हूं।’’ न्यायालय ने कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं होती बोर्ड अध्यक्ष पद का काम गावस्कर के अलावा उनके बराबर कद वाले किसी अन्य खिलाड़ी को भी सौंपा जा सकता है।
गावस्कर ने कहा कि अगर सर्वोच्च न्यायालय उन पर भरोसा कर रहा है तो फिर वह इस भूमिका की जिम्मेदारियों का निर्वहन करने को तैयार हैं।
गावस्कर बोले ‘‘अगर सबसे बड़ी अदालत मुझ पर भरोसा कर रही है तो फिर मैं इस भूमिका की चुनौती के लिए तैयार हूं। एक सलामी बल्लेबाज होने के नाते आपको हमेशा नई चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए।’’
गावस्कर ने कहा कि वह फिलहाल बीसीसीआई टीवी के साथ करारबद्ध हैं लेकिन अगर बोर्ड की जिम्मेदारी उन्हें मिलती है तो फिर यह करार छोड़ने को राजी हैं। बकौल गावस्कर ‘‘सर्वोच्च न्यायालय कहेगा तो मैं बीसीसीआई टीवी के साथ किया गया करार खत्म करने को तैयार हूं।’’
न्यायालय ने साथ ही यह भी सुझाव दिया कि आईपीएल से जुड़े सुपर किंग्स का मालिकाना हक रखने वाली कम्पनी-इंडिया सीमेंट्स का कोई भी अधिकारी बोर्ड में शामिल न किया जाए।
सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को आईपीएल-7 से दूर रखने को लेकर पूछे गए सवाल पर गावस्कर ने कहा कि इन दोनों फ्रेंचाइजी टीमों को दूर रखकर क्रिकेट से भ्रष्टाचार को दूर नहीं किया जा सकेगा।
गावस्कर बोले ‘‘अगर सुपर किंग्स आईपीएल में नहीं खेलेगी तो फिर हर क्रिकेट प्रेमी दुखी होगा। इस टीम ने दर्शकों का काफी मनोरंजन किया है। आईपीएल-7 में उसके नहीं खेलने से कोई समाधान नहीं निकलेगा। जब 1999-2००० में मैच फिक्सिंग सामने आया था तब किसी ने नहीं कहा था कि टेस्ट क्रिकेट को बंद कर दो।’’
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
शब्द ४२८
०327०558
नननन