योगगुरु बाबा रामदेव ने रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलकर बुंदेलखंड में काम करने की इच्छा जताई। वे अपने प्रोडक्ट्स के उत्पादन के लिए वहां निवेश करना चाहते हैं। बाबा ने कहा कि वहां जड़ी-बूटियां, एलोवेरा, आंवला, टमाटर, मटर, सब्जियां, गेहूं, फल आदि की अच्छी पैदावार हो सकती है।
इससे वहां के किसानों को काफी फायदा होगा। इसके लिए बुंदेलखंड में बने डैमों के इर्द-गिर्द डूब क्षेत्रों का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने इच्छुक लोगों को हरिद्वार में प्रशिक्षण देने की भी बात कही।
बाबा रामदेव ने मुख्यमंत्री से हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय स्तर के जड़ी-बूटी पार्क के लिए सिंचाई विभाग की जमीन देने का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। साथ ही वहां मौजूद मुख्य सचिव आलोक रंजन तथा प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल को विचार-विमर्श कर विस्तृत नीति बनाने के निर्देश दिए ताकि बुंदेलखंड क्षेत्र में काम करने के इच्छुक लोगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें।
योगगुरु ने सीएम को बताया कि हरिद्वार स्थित उनके कारखाने का शिलान्यास मुलायम सिंह यादव ने ही किया था। उन्होंने मुख्यमंत्री को भी कारखाना देखने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव, राजनैतिक पेंशन मंत्री राजेंद्र चौधरी, बाबा रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण भी मौजूद थे।
बाबा रामदेव ने मुलाकात के दौरान गोमती रिवर फ्रंट डवलपमेंट, गोमती, वरुणा व यमुना की सफाई के साथ ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे, लखनऊ मेट्रो समेत अन्य कार्यों की भी प्रशंसा की।
मुलायम से भी मिले
बाबा रामदेव ने इससे पहले सुबह विक्रमादित्य मार्ग स्थित निवास पर सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर विस्तार से बात की।
कान्हा उपवन में गोमूत्र डिस्टिलेशन यूनिट लगाने का आश्वासन
योगगुरु बाबा रामदेव कान्हा उपवन भी पहुंचे तथा इसका संचालन करने वाली संस्था जीवाश्रय के प्रतिनिधियों को गौमूत्र डिस्टिलेशन यूनिट लगाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि इससे होने वाली आमदनी से इस गोशाला के संचालन में मदद मिलेगी। जीवाश्रय के सचिव यतेंद्र त्रिवेदी ने उनके सामने पतंजलि के उत्पादों से होने वाले लाभ में से गोशाला को मदद दिए जाने की मांग रखी। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के पुत्र प्रतीक यादव व आचार्य बालकृष्ण भी योगगुरु के साथ थे।