रिसर्च में खुलासा ज्यादा धार्मिक, ज्यादा पोर्न देखने वाले होते हैं
शोधकर्ता ने कहा शायद ऐसा इसलिए हो सकता है कि ‘ऐसे लोग पॉर्न देखने के बाद खुद को गुनहगार समझते हैं और धार्मिक कार्यों के जरिए ईश्वर से गुनाह की माफी मांगते हैं। ‘ 1,300 अमेरिकियों पर 6 साल तक इक्ठ्ठा किए डैटा का विश्लेषण करने वाले सैमुअल पेरी ने ‘द इंडिेपेंडेंट’ से कहा कि,’ उन लोगों की धार्मिक मान्यताएं ज्यादा मजबूत होती हैं जो ज्यादा पॉर्न देखते हैं।’
पॉर्न देखने वाले उनके मुकाबले ज्यादा पूजा-पाठ करते हैं जो कभी-कभी पॉर्न फिल्म देखते हैं। आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि जिन लोगों ने 2006 से हफ्ते में ज्यादा पॉर्न फिल्में देखीं वे लोग 2012 में ज्यादा धार्मिक हो गए। और जो महीने में एक बार पॉर्न फिल्म देखते थे उनमें धर्म और प्रार्थना के प्रति झुकाव कम होता गया।
जर्नल ऑफ सेक्स रिसर्च में छपे इस रिसर्च पेपर में यह बात सामने आई है कि, ‘जिन्होंने कभी पॉर्न फिल्म नहीं देखी वे अपने धर्म के प्रति ज्यादा विश्वास रखते हैं, और धर्म को लेकर उनके मन में कोई संदेह भी नहीं होता।’