विराट कोहली को शर्म आती है जब…
ऑस्ट्रेलिया में गजब की बल्लेबाजी के बाद कोहली की तुलना तेंदुलकर से की जाने लगी जिन्हें डोनाल्ड ब्रैडमैन के बाद से क्रिकेट वर्ल्ड का सबसे महान बल्लेबाज आंका गया।
तेंदुलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने रिकॉर्ड 200 टेस्ट खेले, 100 अंतरराष्ट्रीय शतक के साथ-साथ टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है।
कोहली का मानना है कि मास्टर ब्लास्टर के साथ तुलना करना सही नहीं है। इंडिया टूडे को दिए एक खास इंटरव्यू में कोहली ने तेंदुलकर से तुलना करने पर कहा, “ईमानदारी से कहूं तो मुझे इससे लज्जा आती है। यह सही नहीं है और सचिन की तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती है। मेरे लिहाज से तुलना सही नहीं है। मैं खुद उनकी तरह बनना चाहता था, वह मेरे लिए एक प्रेरणास्रोत जैसे रहे हैं। वह किसी भी खिलाड़ी से 2 लेयर ऊपर हैं। सचिन गुण के साथ पैदा हुए थे और मैंने इसे मेहनत के साथ किया है।”
पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे के दौरान कंगारू खिलाड़ियों के साथ उनकी तीखी बहस टीवी पर खूब चर्चा का विषय बना रहा। लेकिन अब कोहली अपने व्यवहार में बदलाव ला रहे हैं।
उन्होंने कहा, “मैं मानता हूं कि कई बार मैने अपनी सीमाएं पार की है। लेकिन इसी ने मुझे ठीक भी किया है। मैं अब काफी शांत हो गया हूं, लेकिन जब भी आक्रामकता की जरुरत होगी मैं फिर वैसा ही करूंगा।” कोहली 2014 के अंत में महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट से संन्यास के बाद भारत की टेस्ट टीम के कप्तान बने थे।