‘यहां 90 सेकेंड के इंटरव्यू के बाद 875 लोगों को दे दी नौकरी’
पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने होमगार्डस पोस्ट के लिए 875 सिविल वॉलंटियर कैंडिडेट्स का इंटरव्यू एक ही दिन में करा लेने का दावा किया है. इस पर कलकत्ता हाईकोर्ट के जज जस्टिस संजीब बनर्जी ने ओपन कोर्ट में चुटकी लेते हुए कहा है कि ऐसे इंटरव्यूर को हाईकोर्ट में जज होना चाहिए. इससे 2.2 लाख पेंडिंग केसों को निपटाया जा सकता है.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हाईकोर्ट ने इसे एक बड़ा घोटाला बताया है. हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल सरकार से इंटरव्यू संबंधी सभी दस्तावेज सौंपने को कहा है. कोर्ट ने कहा कि ज्यादा समय दिए जाने से दस्तावेजों में हेरफेर किया जा सकता है.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के सलाहकार तपन मुखर्जी ने 875 लोगों के सशरीर इंटरव्यू को होमगार्ड भर्ती के लिए महत्वपूर्ण कदम बताते हुए एक कलकत्ता हाईकोर्ट में एफिडेविट सौंपा था. इसके बाद जस्टिस बनर्जी ने उनसे तुरंत पूछ लिया कि इंटरव्यू किस अधिकारी ने लिए और उस अधिकारी के कितने सिर थे? उसका नाम बताइए, मैं उसका नाम हाईकोर्ट के जज की पोस्ट के लिए प्रस्तावित करूंगा. उसकी मदद से हाईकोर्ट में पेंडिंग पड़े केसों को जल्दी निपटाया जा सकेगा.
जस्टिस संजीब बनर्जी ने कहा कि एक दिन में 1440 मिनट होते हैं, यहां एक दिन में 875 लोगों के इंटरव्यू लिए गए इसका मतलब कि हर 90 सेकेंड में एक कैंडिडेट का इंटरव्यू लिया गया और यह क्रम बिना ब्रेक के पूरा दिन चलता रहा. यह वाकई ताज्जुब की बात है.
ज्ञात हो कि ममता बनर्जी ने 2011 में मुख्यमंत्री बनने के बाद सिविक पुलिस वॉलंटियर फोर्स नाम से एक फास्टट्रैक रोजगार योजना की घोषणा की थी. सरकार का दावा है कि इसके तहत 2011 से 2013 के बीच इंटरव्यू के आधार पर 1.3 लाख सिविक पुलिस वॉलंटियर्स की भर्ती की गई. इस भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायत 10 युवकों ने कलकत्ता हाईकोर्ट में की थी जिन्हें बांकुरा में हुए इंटरव्यू में फेल कर दिया गया था.