राज्य के विभाजन के बाद विरोध स्वाभाविक: गृहमंत्री
नई दिल्ली( दस्तक ब्यूरो) आंध्र प्रदेश के विभाजन के खिलाफ सीमांध्र क्षेत्र में राज्य के विभाजन के विरोध प्रदर्शन को स्वाभाविक बताते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने कहा कि जहां कहीं भी नया राज्य बनता है। वहां इस तरह का विरोध होना स्वाभाविक होता है। देश में किसी और नए राज्य के गठन की संभावना से इंकार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि हम लोगों को विश्वास में लेंगे। अपनी ओर से हरसंभव कोशिश करेंगे। जहां कहीं भी किसी राज्य के दो टुकडे होते हैं, ऐसी भावनाएं होती ही हैं। यह स्वाभाविक है। इनकी अनदेखी नहीं की जा सकती। लेकिन हम उन्हें दिलासा देने की कोशिश कर रहे हैं। सुशील कुमार शिन्दे आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के केन्द्रीय मंत्रिमंडल के पैâसले के बाद आंध्र प्रदेश के तटीय आंध्र और रायलसीमा क्षेत्रों में हो रहे प्रदर्शनों और बंद को लेकर टिप्पणी कर रहे थे। एकीकृत आंध्र के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन कर राजमार्ग जाम कर दिये। सीमांध्र और रायलसीमा क्षेत्रों में दुकानें, अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान और शैक्षिक संस्थान बंद करा दिये गये। देश के अन्य हिस्सों से प्रथक राज्यों की मांगों के बारे में संवाददाताओं द्वारा पूछने पर शिन्दे ने कहा कि केन्द्र सरकार की ऐसी मांगों पर कोई कदम उठाने की योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने तेलंगाना पर विचार किया है। उसके अलावा कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि नए तेलंगना राज्य में नक्सल समस्या है, लेकिन आंध्र प्रदेश एक ऐसा राज्य है जिसने नक्सलियों से निपटने के मामले में उत्कृष्ट कार्य किया है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम यहां के लोगों को इस बात का यकीन दिलाना चाहते हैं कि तेलंगाना के गठन के बाद नक्सलियों की गतिविधियां पूरी तरह बंद हो जाएंगी।