घर से उठाकर युवक का कान काटा फिर कत्ल, शव को भी घसीटा
सादियाबाद में रहने वाले विकास के माता-पिता का निधन हो चुका था। पांच भाइयों में छोटा विकास बिजली मिस्त्री था। अभी उसका विवाह नहीं हुआ था। परिजनों ने बताया कि मंगलवार रात भोजन के बाद सभी लोग अपने-अपने कमरे में चले गए थे।
विकास उर्फ ननका भी अपने कमरे में जाकर देर रात तक फोन पर बात करता रहा। रात में फिर क्या हुआ, परिजनों को कुछ नहीं पता चला। भोर में घर से करीब आधा किलोमीटर दूर शौच के लिए गए लोगों ने कछार में बबूल के झाड़ के नीचे विकास को खून से लथपथ पड़ा देखा। पास जाने पर पता चला कि वह जिंदा नहीं है। यह खबर विकास के घर पहुंची तो कोहराम मच गया।
पोस्टमार्टम के बाद दोपहर करीब तीन बजे विकास का शव आईईआरटी रेलवे क्रासिंग पर रखकर लोगों ने चक्काजाम कर दिया। परिवार और मुहल्ले की तमाम महिलाएं भी वहां पहुंच गईं। वे रोते-चीखते पुलिस को कोस रही थीं कि कई घंटे बाद भी कातिलों का पता नहीं लगाया जा सका। रेलवे ट्रैक बाधित होने से कई ट्रेनों को जहां-तहां रोकना पड़ा।
रेल आवागमन बाधित होने की खबर पाकर पूरे शहर की थाने की फोर्स के साथ सीओ और मजिस्ट्रेट पहुंच गए। जीआरपी और आरपीएफ भी पहुंची और जाम लगाए लोगों को हटाने की कोशिश की। मगर भीड़ पुलिस से भी भिड़ने पर आमादा हो गई। उनका कहना था कि कातिलों की जल्द गिरफ्तारी हो तथा खोजी कुत्ते को फिर मौके पर लाकर जांच की जाए।
आखिरकार करीब पांच बजे अफसरों ने डॉग स्कवॉयड को बुलाकर लोगों को मनाया। तब शव को उठाकर ले जाया गया। खोजी कुत्ते को दुबारा घर से लेकर शव मिलने वाले स्थान तक ले जाया गया। हालांकि कोई सुराग नहीं मिल सका।
परिवार के लोग भी नहीं समझ पा रहे कि विकास की हत्या किसने और क्यों की? उसका एक मोबाइल कमरे में और दूसरा घर के बाहर सीढ़ी पर मिला था। ऐसे में अनुमान तो यही है कि उसे जबरन उठाकर ले जाया गया था। सीओ कर्नलगंज ने बताया कि अज्ञात कातिलों पर मुकदमा लिखकर जांच की जा रही है। मोबाइल कॉल डिटेल भी हासिल की जाएगी।