राष्ट्रीय
सो रहे पति की आंखों में फेवीक्विक डालकर भागी पत्नी, पति का बुरा हाल
आपसी झगड़े में पत्नी ने सो रहे पति की आंखों को फेवीक्विक डालकर चिपका दिया और भाग गई। पत्नी की इस हरकत से पति का बुरा हाल हो या है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर पीड़ित शख्स की आखें खोलने की भरसक कोशिक में जुटे हैं लेकिन अभी भी उसकी आंखें नहीं खुलीं।
मामला मध्यप्रदेश के रीवा जिले के करिया गांव का है। बताया जा रहा है कि पति पत्नी में पिछले कुछ दिनों से झगड़ा हो रहा था। इस झगड़े से गुस्साई पत्नी ने अपने पति को सबक सिखाने की ठानी। संतोष विश्वकर्मा रात में जब सो गया तो पत्नी ने तेजी से चिपकने वाला पदार्थ आखों में डालकर उसकी आंखें हमेशा के लिए बंद दीं और भाग गई।
लोगों को घटना की जानकारी तब हुई जब संतोष सुबह सोकर उठा और पड़ोसियों को मदद के लिए गुहार लगाई। आवाज सुनकर पड़ोसियों ने उसे फौरन रीवा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
सूचना के अधार पुलिस मौके पर पहुंची है और आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया। लेकिन पीड़ित शख्स ने आखों में फेवीक्विक डालने का जो कारण बताया है वह हैरान करने वाला है।
लोगों को घटना की जानकारी तब हुई जब संतोष सुबह सोकर उठा और पड़ोसियों को मदद के लिए गुहार लगाई। आवाज सुनकर पड़ोसियों ने उसे फौरन रीवा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां पर उसका इलाज चल रहा है।
सूचना के अधार पुलिस मौके पर पहुंची है और आरोपी महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया। लेकिन पीड़ित शख्स ने आखों में फेवीक्विक डालने का जो कारण बताया है वह हैरान करने वाला है।
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, पुलिस को दिए बयान में पीड़ित शख्स संतोष ने बताया कि कम आय के कारण वह अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी के खर्च पूरे नहीं कर पा रहा था। इस बात को लेकर तीन दिन पहले दोनों झगड़ा हुआ था। इसी झगड़े में विजयलक्ष्मी ने उसे सबक सिखाने के लिए ठानी ली थी।
संतोष ने बताया कि वह कार्पेंटर का काम करता है और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इसी वजह से दोनों में झगड़ा होता रहता है।
विजयलक्ष्मी ने संतोष के सो जाने का इंतजार किया और फिर करीब एक बजे रात को उसके आखों में फेवीक्विक डाल दिया। सुबह जब संतोष की आंखें नहीं खुली तो उसने विजयलक्ष्मी को आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद संतोष ने पड़ोसियों ने गुहार लगाई तो पड़ोसी दरवाजा तोड़कर अंदर आए और उसे अस्पताल ले गए।
इधर संतोष की पत्नी पीछे के दरवाजे से रात को ही फरार हो गई थी जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।
संतोष ने बताया कि वह कार्पेंटर का काम करता है और उनकी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इसी वजह से दोनों में झगड़ा होता रहता है।
विजयलक्ष्मी ने संतोष के सो जाने का इंतजार किया और फिर करीब एक बजे रात को उसके आखों में फेवीक्विक डाल दिया। सुबह जब संतोष की आंखें नहीं खुली तो उसने विजयलक्ष्मी को आवाज दी लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद संतोष ने पड़ोसियों ने गुहार लगाई तो पड़ोसी दरवाजा तोड़कर अंदर आए और उसे अस्पताल ले गए।
इधर संतोष की पत्नी पीछे के दरवाजे से रात को ही फरार हो गई थी जिसकी पुलिस तलाश कर रही है।