टॉप न्यूज़फीचर्डराजनीतिराष्ट्रीय

दिग्विजय के बयान से घमासान के मुहाने पर कांग्रेस

एजेंसी/ sonia_rahul_after_defeat_2016521_113840_21_05_2016 (1)नई दिल्ली। भारत की ‘ग्रैंड ओल्ड पार्टी’ कांग्रेस में लंबे समय से चल रही अंदरूनी खींचतान व मतभेद अब चरम पर पहुंच चुके हैं। पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने थोड़ा बगावती तेवर दिखाते हुए पार्टी में ‘सर्जरी’ की बात कर दी है, माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कुछ और सुर मुखर हो सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस में ऊपर से नीचे तक बदलाव दिख सकता है।

पांच राज् के चुनावी नतीजों के बाद यूं तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को नतीजों से अलग थलग रखने की कोशिशें हो रही हैं, लेकिन अंदर आग सुलग रही है। राहुल गांधी के पैरोकार दिग्विजय सिंह ने ही इसका पहला संकेत दिया।

नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा, ‘अब आत्मचिंतन का वक्त नहीं है। यह कार्रवाई का वक्त है। पार्टी को बड़ी सर्जरी की जरूरत है।’ केरल के सांसद शशि थरूर ने भी कार्रवाई की बात की। यह सर्जरी कैसी होनी चाहिए यह तो दिग्विजय नहीं बता रहे हैं, लेकिन जाहिर तौर पर वह चाहते हैं कि ऐसे लोगों को जिम्मेदार पदों से हटाया जाए तो निष्प्रभावी रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘यह सर्जन को तय करना है कि कैसी सर्जरी करनी है।’

बता दें कि लोकसभा चुनाव की करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस नेताओं से रिपोर्ट मांगी गई थी। दिग्विजय ने साफ कर दिया कि उस रिपोर्ट पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अन्य सवालों के जवाब में दिग्विजय ने शरद पवार, ममता बनर्जी जैसे उन पुराने नेताओं को वापस कांग्रेस में आने का निमंत्रण दे दिया।

उन्होंने कहा कि अगर उन नेताओं को भाजपा के खिलाफ लड़ना है तो वापस कांग्रेस में ही आना चाहिए। सूत्रों की मानें तो पार्टी के अंदर चुप्पी साधे बैठे कई नेता दिग्विजय की बातों से सहमत हैं और जरूरत पड़ी तो मुखर होकर उसे बोलने से भी नहीं हिचकेंगे। उनकी चिंता यह है कि नेतृत्व कुछ गिने चुने लोगों के मशविरे पर काम कर रहा है। जनता और कार्यकर्ता से उनका सीधा संवाद नहीं है।

केरल में मचा घमासान

केरल में सत्ता से बाहर होने के अगले ही दिन कांग्रेस नेताओं के बीच घमासान शुरू हो गया है। शुक्रवार को पार्टी नेताओं ने विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दिया। इसे देखते हुए प्रदेश अध्यक्ष वीएम सुधीरन को पार्टी नेताओं से शांत होने का अनुरोध करना पड़ा। उन्होंने कहा कि परिणामों पर चर्चा के लिए सोमवार को बैठक बुलाई गई है। वहां हर किसी को बोलने का मौका मिलेगा।

 
 

 

Related Articles

Back to top button