अन्तर्राष्ट्रीय
औरतों की यौन आजादी की मुहिम चलाने वाली पाकिस्तानी पोर्नस्टार को मिल रही हैं धमकियां
नादिया हिजाब पहनकर पोर्न फिल्मों की शूटिंग करती हैं। पुराने लोग भी कहते हैं कि शर्म ही औरत की असली गहना है। ये बात पोर्नस्टार नादिया भी मानती हैं और सबकुछ जानते हुए भी अश्लील फिल्मों में हिजाब को पहनती हैं।
एक अंग्रेजी वेबसाइट द डेली बीस्ट को दिए एक इंटव्यू में नादिया ने पोर्न फिल्मों की शूटिंग के दौराम हिजाब पहनने का कारण बताया। अपने हिजाब को देश और समाज की संस्कृति से जोड़ते हुए परदे में रहने वाली औरतों के प्रति सहानुभूति जताई। नादिया कहती हैं कि हिजाब को धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। वे कहती हैं कि पोर्न फिल्मों में हिजाब पहनकर इस्लाम के खिलाफ कदम नहीं उठा रही हूं। उनकी लड़ाई रूढ़िवादी सोच और बुराईयों के खिलाफ है।
नादिया के मुताबिक हिजाब पहनकर फिल्में करने का एक ही कारण है कि उन महिलाओं को प्रेरणा मिले, जिनकी ख्वाहिशों लिबास के परदे में दम तोड़ देती हैं। वे कहती हैं कि जब छोटी थीं तब अक्सर ये बात सुनती थीं कि एक लड़की पैदाइशी वेश्या होती है, उसे कोई हिजाब या पर्दा नहीं बचा सकता। वहीं लड़के कुछ भी कर लें, कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन लड़कियों को फर्क पड़ता है। ये बातें नादिया के दिल में घर कर गईं। उन्होंने समाज की उन ठुकराई हुई महिलाओं को आगे लाने की कोशिश शुरू कर दी जो यौन आजादी न मिलने की वजह से मन मसोस कर रह जाती हैं। जो अपनी यौन इच्छाएं जाहिर नहीं कर पाती हैं।
हिजाब पहनने के पीछे नादिया तर्क देती हैं कि महिला की शर्म-हया को हिजाब मेंटेन रखता है। कुलमिलाकर हिजाब में औरत की खूबसूरती और बढ़ जाती है। वे कहती हैं कि जब वे हिजाब पहनकर पोर्न फिल्मों आई तो लोग इस रूप में उन्हें देख पागल हो गए। नादिया की मानें तो हिजाब में पोर्न करने का मजा ही कुछ और है।
नादिया को उनके चाल-चलन की वजह से पाकिस्तान में बैन किया गया है। लेकिन नादिया इसे बुरा नहीं मानतीं। वे कहती हैं कि महिलाओं की ताकत, उनकी यौन आजादी के लिए वे लड़ती रहेंगी। वे दुनियाभर की महिलाओं से आह्वान भी करती हैं कि इस मुहिम में उनका साथ दें।
इससे पहले लेबनान-अमेरिका की पोर्न स्टार मिया खलीफा को भी फिल्मों में हिजाब पहनने पर मौत की धमकियां मिल चुकी हैं।
पोर्न फिल्मों में हिजाब के इस्तेमाल पर बुद्धिजीवी वर्ग में तीखी बहस चल रही है। एक महिला मुस्लिम जानकार ने ताया कि उन्हें नहीं लगता है कि नादिया का पोर्न फिल्मों में हिजाब पहनना किसी तरह का पाप है। देखा जाए को इसके बारे में गलत धारणाएं और मान्यताएं जोड़ दी गई हैं। बैली डांसर्स अक्सर हिजाब पहनकर ही परफॉर्मेंस देती हैं। आज बुर्का पहनने वाली महिलाओं को इस्लाम मानने वाले ही चरमपंथी सेक्स गुलाम बना रहे हैं। ऐसे में शरीर के पहनावे को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए। वहीं कुछ जानकार इस मामले में नादिया की तीखी आलोचना भी कर रहे हैं। उनकी मानें तो नादिया इस्लामी मूल्यों के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।
नादिया बताती हैं कि पोर्न इंडस्ट्री में आने से पहले उन्होंने उस यातना को करीब से देखा जिसे महिलाओं के प्रति दरिंदगी करार दिया जाना चाहिए। नादिया के मुताबिक उनकी बहन हमेशा अपने पति के ससुराल वालों के लिए समर्पित रही लेकिन बदले में बहन पर जुल्म होता रहा। नादिया के मुताबिक उनके काम से उनके माता-पिता और रिश्तेदारों को कोई दिक्कत नहीं है। ये बात जरूर है कि वे इस पेशे को पसंद नहीं करते हैं।