
प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायट ने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्मंत्री की अनबन का खामियाजा राजस्थान की गरीब जनता को भुगतना पड़ रहा है।
विधायक जनता की नहीं सुन रहे, मंत्री विधायकों की नहीं सुन रहे, मुख्यमंत्री मंत्रियों की नहीं सुन रहीं और प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री की नहीं सुन रहे। प्रदेश में सभी 25 सांसद भाजपा के जीतने के बावजूद यह हालात हैं। अजमेर में एक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में पायलट ने कहा कि प्रत्येक वर्ग सरकार से खुद को कटा हुआ महसूस कर रहा है।
सरकार की उलटी गिनती शुरू
प्रदेश में बच्चों की जान जा रही है, सरकारी अस्पतालों का प्रबंधन गड़बड़ा गया है। मुख्यमंत्री को इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद यहां आने का वक्त नहीं। सरकार किसी तरह मामले की लीपापोती में लगी है। मानवाधिकार आयोग व अदालत तक बात पहुंचने पर जांच के नाम पर कुछ चिकित्सकों को एपीओ किया गया। सरकार अस्पतालों की सुध नहीं ले रही।
कानून व्यवस्था चरमराई
पायलट ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है। पुलिस कुख्यात अपराधी आनंदपाल को पकडऩे में नाकाम रही है। दलितों पर अत्याचार की घटनाएं बढ़ी हैं।
तापमान कम बताने की कोशिश
पायलट ने कहा कि प्रदेश में तापमान 50 के उपर जा रहा है लेकिन इसे जानबूझ कर 45 से 47 बताया जा रहा है ताकि सरकार को अन्य इंतजाम नहीं करने पड़ें। ग्रामीण क्षेत्रों में चारा व पानी की व्यवस्था चरमराई हुई है।
स्वालंबन के नाम पर आर्थिक आतंक
पायलट ने कहा कि प्रदेश में जल स्वावलंबन के नाम पर आर्थिक आतंक फै लाया जा रहा है। अन्य मदों से बजट खर्च किया जा रहा है जबकि अभियान के नाम पर विभागीय सामान्य कार्य किए जा रहे हैं।