एजेंसी/असम में बीजेपी विधायक दल के नेता सर्बानंद सोनोवाल ने मंगलवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राष्ट्रगान से शुरू हुए शपथ ग्रहण समारोह में सोनोवाल के बाद हेमंत विस्व सरमा ने मंत्री पद की शपथ ली. उनके बाद चंद्र मोहन पटवारी, केशव मोहंता, अतुल बोरा, रंजीत दत्ता, परिमल सुक्रबैद्य, प्रमिला रानी ब्रह्मा, रिहोन दैमारी, पल्लव लोचन ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए कई दिग्गज
गुवाहाटी में शाम 4:30 बजे से शुरू शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह के अलावा एनडीए से आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल सहित नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी शिरकत किया. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई कार्यक्रम में मौजूद रहे.
सीएम के अलावा 10 मंत्री बने
इससे पहले सोमवार को सर्बानंद सोनोवाल, राम माधव और हेमंत विस्व सरमा के बीच कैबिनेट के गठन को लेकर लंबी बातचीत हुई. सीएम सोनोवाल के अलावा बीजेपी के छह, असम गण परिषद (एजीपी) और बोडोलैंड डेमोक्रेटिक फ्रंट (बीपीएफ) से दो-दो मंत्री सहित कुल 10 मंत्री कैबिनेट में शामिल किए गए.
बीजेपी कोटे से परिमल ने ली बांग्ला में शपथ
बीजेपी से सर्बानंद सोनोवाल ने मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की असमिया भाषा में शपथ ली. इसके बाद बीजेपी से हेमंत विस्व सरमा, परिमल शुक्ला बैद्य, चंद्रमोहन पटवारी, रंजीत दत्ता, नबा कुमार डोले और पल्लव लोचन दास ने मंत्री पद की शपथ ली. नबा कुमार और पल्लव लोचन को स्वतंत्र प्रभार दिया जाएगा.
बोडो भाषा में बीपीएफ के मंत्री ने शपथ ली
बीजेपी कोटे से परिमल शुक्ल बैद्य ने बांग्ला भाषा में और सभी मंत्रियों ने असमिया भाषा में शपथ ली. वहीं असम गण परिषद कोटे से केशव मोहंता और अतुल बोरा ने असमिया में शपथ ली. वहीं बोडोलैंड डेमोक्रेटिक फ्रंट की प्रमिला रानी ब्रह्मा और रेहान दैमारी ने बोडो भाषा में शपथ ली. नबा कुमार को शपथ ग्रहण के दौरान भाषण की दिक्कत से जूझना पड़ा.
पूर्वोत्तर के विकास का केंद्र बिंदु बनेगा असम
सर्बानंद सोनोवाल के शपथ ग्रहण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी असम की जनता को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि देश भर का आदिवासी समाज सर्वानंद सोनोवाल पर गर्व कर सकता है. उन्होंने कहा कि जुझारू नेता असम का नेतृत्व करने जा रहा है. असम का भाग्य बदलने के लिए सर्बानंद पूरी कोशिश करेंगे. पूर्वोत्तर के विकास के लिए असम केंद्र बिंदु है.
पूर्वी राज्यों के विकास से आगे बढ़ेगा भारत
पीएम मोदी ने कहा कि हम तरक्की करने वाले सभी राज्यों का सहयोग करेंगे. पूर्वी राज्य देश के विकास का भाग्य बदल सकते हैं. भारत का विकास संतुलित होना चाहिए. उन्होंने कहा कि असम को हम कभी कोई कमी महसूस नहीं होने देंगे. असम सरकार जितना दौड़ेगी, केंद्र सरकार उससे एक कदम आगे रहेगा.
शाह बोले- अब फौरन होगा असम के सवालों का समाधान
इस मौके पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि असम में बीजेपी को बहुमत देने के लिए मैं हृदय की गहराइयों से धन्यवाद देता हूं. आपने जिस भरोसे के साथ हमें जो जनादेश दिया है, उसे हम टूटने नहीं देंगे. उन्होंने कहा कि ये दो साल देश के विकास के स्वर्णिम साल हैं. इस दौरान जन-जन तक सरकार का काम पहुंचा है. अब असम की हर समस्या का तुरंत समाधान होगा.
असम में 15 साल से थी कांग्रेस की सत्ता
असम में कांग्रेस ने 15 साल तक शासन किया है. वहां पहली बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है. वैसे तो जम्मू-कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने का सपना आरएसएस ने जनसंघ की स्थापना के साथ ही देखना शुरू कर दिया था. अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण अडवाणी के नेतृव में पार्टी ने कई राज्यों में अपनी सरकार बनाई.
साल 2008 में कर्नाटक में येदुरप्पा के नेतृत्व में सरकार बनाने के साथ बीजेपी का कमल दक्षिण में भी खिल गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2015 में जम्मू-कश्मीर में मुफ्ती मोहमद सईद के साथ गठबंधन की सरकार भी बनी.
सोनोवाल के सामने होंगी कई चुनौतियां
असम के मुख्यमंत्री का पद सर्बानंद सोनोवाल के लिए कांटों भरा ताज है, क्योंकि यहां पर सोनोवाल को विपक्ष से कम अपनों से ज्यादा चुनौती मिलेगी. इसलिए बीजेपी हेमंता विस्व सरमा को लेकर चिंतित भी है. हालांकि, वो असम में उपमुख्यमंत्री या फिर केंद्र सरकार में असम का प्रतिनिधित्व करेंगे, इसपर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को लेना है.