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गया में मांझी के काफिले पर पथराव, पायलट वाहन को लगाई आग

patna_2016526_115458_26_05_2016पटना। गया जिले के डुमरिया में बुधवार को नक्सली घटना में मारे गये लोजपा नेता सुदेश पासवान और उनके भाई के परिजनों से मिलने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के काफिले पर आक्रोशित लोगों ने हमला कर दिया, जिसमें मांझी घायल हो गए।

लोजपा नेता की हत्या के बाद बुधवार शाम से ही स्थानीय लोग हंगामा और नारेबाजी कर रहे हैं। कल से ही लोगों ने सड़क जाम कर रखा है और हत्या के आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। गुरुवार सुबह जब पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी अपने काफिले के साथ मृतकों के परिजनों से मिलने उनके घर जा रहे थे कि तभी डुमरिया मोड़ के पास उग्र भी ने उनके काफिले पर हमला कर दिया।

लोगों ने मांझी की कारकेड पर जमकर पथराव किया और एक वाहन को आग के हवाले कर दिया इस हमले में मांझी भी घायल हो गए। उन्हें सुरक्षित सीआरपीएफ कैंप ले आया गया है और उनका वहीं प्राथमिक उपचार किया जा रहा है।

लोजपा नेता सुदेश पासवान और उनके भाई सुनील पासवान की हत्या के बाद से कल से ही लोग उनका शव अपने कब्जे में रखे हुए हैं और देर रात से ही लोग शव को सड़क पर रख लगातार हंगामा और प्रदर्शन कर रहे हैं। आक्रोशित लोग आरोपी की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग कर रहे हैं।

उग्र लोगों को नियंत्रित करने के लिए आज सुबह डीएम और एसपी सहित आला अधिकारी डुमरिया पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सीआरपीएफ सहित पुलिस बल डुमरिया में कैंप कर रहे हैं।

क्या है मामला

प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के बाइक सवार हथियारबंद दस्ते के सदस्यों ने बुधवार को सरे आम डुमरिया थाना के हुरमेट के टोला डुबाट के पास लोजपा नेता सुदेश पासवान उर्फ शंकर पासवान उर्फ रवि तथा उसके चचेरे भाई सुनील पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी।

नक्सलियों ने चुनाव प्रचार में लगे दो वाहन व एक पल्सर बाइक को भी जला दिया। घटनास्थल पर नक्सलियों के द्वारा छोड़े गए पर्चे में आरोप है कि सुदेश पासवान पुलिस के लिए मुखबिरी करता था।

लोजपा ने जताया आक्रोश

सुदेश पासवान की हत्या के बाद लोक जनशक्ति पार्टी ने जबरदस्त आक्रोश जताया है। पार्टी की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं। पार्टी ने मांग है कि राज्य में नीतीश सरकार को बर्खास्त करके राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। यहां कानून व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर चुकी है।

 
 

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