आवारा कुत्तों के झुंड ने मासूम बच्ची पर किया हमला, इलाज के दौरान मौत
बदायूं (आसिम अली): बदायूँ ज़िले के बिसौली तहसील क्षेत्र में एक दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है यहां आवारा कुत्तों के झुंड ने एक मासूम बच्ची पर हमला बोल दिया उसे लगातार नोचते रहे जब तक लोग उसे बचाते उसका पूरा शरीर लहूलुहान हो चुका था। बुधवार घायल 5 वर्षीय बच्ची ने इलाज के दौरान देर रात दम तोड़ दिया।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम सेंटा खेड़ा निवासी लोचन की पांच वर्षीय पुत्री चकोरा ने मंगलवार को देर रात इलाज के दौरान चंदौसी के प्राइवेट अस्पताल में दम तोड दिया। मंगलवार को मृतक बच्ची दोपहर दो बजे पडौस के मक्का के खेत में गई और लौटते समय रास्ते में कुत्तों ने उसे घेर कर हमला कर दिया। बच्ची की चीख-पुकार सुनकर खेत में काम कर रहे लोग मौके पर आ गए और उन्होंने किसी तरह बच्ची को कुत्तों के चुंगल से बचाया लेकिन बच्ची पूरी तरह बेहोश और लहूलुहान हो गई थी। माता संगीता और पिता लोचन उसे आसफपुर सीएससी ले गए लेकिन यहां कोई डाक्टर मौजूद नहीं मिला।
मौजूद फार्मेसिस्ट ने घायल बच्ची के इंजेक्शन लगाकर वापस लौटा दिया। जबकी बच्ची की हालत काफी गंभीर बनी हुई थी। सीएचसी पर यदि बच्ची को सही इलाज मिल जाता तो हो सकता है कि जान बच सकती थी। लेकिन उस समय डाक्टरों के साथ अन्य स्टाफ के लोग नदारद थे तो फार्मेसिस्ट ने उसे वापस लौटा दिया। बच्ची मिट्टी में अधिक सनी होने के कारण मौजूद कर्मचारियों ने उसे साफ करना भी मुनासिब नहीं समझा, इलाज करना तो बहुत दूर की बात थी।
बच्ची के माता-पिता उसे चंदौसी के निजी अस्पताल ले गए और डाक्टरों ने उसको नहला के इलाज करना शुरू कर दिया। परिजनों की मानें तो डाक्टरों ने मेडिकल से एआरवी इंजेक्शन मंगाकर दुवारा लगा दिया। देर रात लगी दूसरी डोज के दो घंटे बाद बच्ची ने दम तोड दिया। दम तोडते ही बच्ची के माता-पिता फफक-फफक कर रोने लगे और देर रात ही बच्ची के शव को गांव में लाकर दफन कर दिया। सरकारी अस्पताल आसफपुर में हुई लापरवाही के चलते घायल बच्ची की जान चली गई।