
एक ऐसा मंदिर जहां बरसती है महादेव की कृपा
पूरी होती है लोगों की मुरादें, होते हैं साक्षात दर्शन
–हुजैफा
लखनऊ : श्री कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में प्रतिदिन महादेव और हनुमान जी की विशेष पूजा अर्चना के साथ आरती उतारी जाती है। चौक कोतवाली स्थित कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में महादेव की विशेष कृपा प्राप्त होने के कारण यहां पर सुबह-शाम लोगों का आना लगा रहता है। कोई बीमारी से ग्रस्त तो कोई बिगड़ते हालात और कामों को लेकर मंदिर आता है, तो कोई विवाह में देरी और व्यवधानों को दूर करने के लिए आता है। कोतवालेश्वर महादेव मंदिर के महंत विशाल गौड़ पर महादेव की विशेष कृपा होने से लोग इनसे भगवान के चरणों पर चढ़े फूल, भभूत और मंत्र के ताबीज ले जाते हैं। भक्तों को विश्वास है कि महंत विशाल गौड़ के माध्यम से भगवान महादेव हमारी सभी परेशानियां और बिगड़े काम पूरे होंगे। इसी विश्वास और आस्था से दूर—दूर से लोग आते हैं और अपनी समस्याओं का समाधान साथ लेकर जाते हैं। महंत विशाल गौड़ से मिलकर उनसे अपनी समस्याओं का समाधान लेकर लोग प्रसन्न होकर जाते हैं।

सदियों पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार 1915 में किया गया था। श्री कोतवालेश्वर महादेव मंदिर में महादेव के साथ हनुमानजी की मूर्ति, शनिदेव की मूर्ति लगी हुई है। क्षेत्रीय लोगों का तो यहां पर सुबह-शाम जमावड़ा लगा रहता है, अपनी समस्याओ का समाधान पाने लोग दूर-दूर से आते हैं कुछ लोग तो दूसरे शहरों और प्रदेशों से भी आते हैं। उनका विश्वास है कि यहां पर आने से हमारे सभी संकट दूर हो जाते हैं और महादेव जी का विशेष आशीर्वाद लेकर हम अपने सभी शुभ कार्यक्रमों की शुरुआत करते हैं।

श्री कोतवालेश्वर महादेव मंदिर का सबसे बड़ा आयोजन सावन माह के तीसरे सोमवार को श्री कोतवालेश्वर महादेव की नगर भ्रमण यात्रा है जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालु प्रतिभाग करते हैं। यह ऐसा मंदिर है जहां नगर भ्रमण यात्रा में श्री कोतवालेश्वर महादेव को गार्ड ऑफ ऑनर प्रशासन द्वारा दिया जाता है। रक्षा बंधन की पूर्व संध्या पर यहां महिलाएं महादेव को राखी बांधती है, ताकि महादेव जीवनभर उनकी रक्षा करें। इसी तरह से मंदिर में हरितालिका तीज, नवरात्र, दीपावली, नवंबर में मंदिर के स्थापना दिवस पर विशेष आयोजन किया जाता है। नववर्ष पर भी विशेष पूजा—अर्चना का आयोजन मंदिर प्रांगण में किया जाता है। होली पर भी सबसे पहले गुलाल महादेव को लगाने की परंपरा है। सभी त्योहारों पर मंदिर को सजाया जाता है। यहां राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस भी महंत विशाल गौड़ उत्साह से सबके साथ मिलकर मनाते हैं।