नोएडा के ट्विन टावर को ढहाने में खर्च होंगे करीब 20 करोड़, जानिए इमारत से जुड़ी कुछ बातें
नोएडा: नोएडा (Noida) में रविवार को सुपरटेक के ट्विन टावर (Twin Tower) को ढहाए जाने का काम शुरू है। इसके मद्देनजर प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी (पीएसी) के अलावा पुलिस और यातायात विभाग के लगभग 500 कर्मियों को वहां तैनात किया गया है। ट्विन टावर को 02:30 बजे ढहाए। ट्विन टावर में ब्लास्ट के दौरान या बाद की आपात स्थिति से निपटने के लिए जेपी अस्पताल में 8 आपातकालीन विभाग बेड और 12 ICU बेड को पहले से ही रिजर्व कर लिया गया है।
विध्वंस लागत करीब 20 करोड़
ट्विन टावर 32 और 29 मंजिला इमारत है। एक इमारत की ऊंचाई 103 मीटर है, जबकि दूसरी इमारत की करीब 97 मीटर ऊंची है। दोनों टावरों को गिराने के लिए करीब 3700 किलोग्राम विस्फोटकों को लगाया गया है। नोएडा के सेक्टर 93-ए में स्थित जुड़वां टावरों के लिए विध्वंस (Twin Towers Demolition expense) लागत लगभग 267 रुपये प्रति वर्ग फुट अनुमानित है। करीब 7.5 लाख वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र को देखते हुए, विस्फोटकों सहित कुल विध्वंस लागत करीब 20 करोड़ रुपये होगी।
गाड़ियां और पालतू जानवरों को हटाया
ट्विन टावरों को ढहाए जाने से पहले सेक्टर 93ए की दो सोसाइटी में रसोई गैस और बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई है। वहीं, अधिकारी के अनुसार, निवासियों के अलावा उनकी गाड़ियां और पालतू जानवरों को भी उस जगह से हटा दिया गया है। वह बताते हैं कि, निजी सुरक्षाकर्मी और रेजिडेंट ग्रुप के कुछ प्रतिनिधि दोपहर लगभग एक बजे तक सोसाइटी में रहेंगे। इसके बाद दोनों सोसाइटी को पूरी तरह से खाली किया जाएगा। वहीं एम्बुलेंस को भी स्टैंडबाय किया गया है।
आसमान में उठेगा धूल का गुबार
बारूद के फटने और मलबे से उड़ने वाले धूल के बारीक कण इस विस्फोट के साथ ही आसमान में फैलना शुरू हो जाएंगे। 5 से 7 मिनट में करीब 3 किलोमीटर के दायरे में धुंआ फैल सकता है। विस्फोट की डिजाइनिंग करने वाले मास्टर ब्लास्टर जो ब्रिकमैन कहते हैं कि, 15 से 20 मिनट में धूल के साथ उड़ने वाला मलवे के महीन कण जमीन पर आ जाएंगे, क्योंकि ये कण भारी होते हैं और हवा में ज़्यादा समय तक नहीं उड़ सकते हैं। हालांकि, अन्य विशेषज्ञों का मानना है कि, धुंध को छंटने में लगभग 3 से 4 घंटे लग सकता है।
ट्विन टावर से जुड़ी कुछ बातें
बिल्डर ने 3 BHK अपार्टमेंट बनाए थे।
एक अपार्टमेंट की लागत करीब 1.13 करोड़ रूपये।
दोनों ईमारत में करीब 915 फ्लैट।
कंपनी को 1200 करोड़ रूपये की कमाई का होगा नुकसान।
कुल 915 फ्लैट में से करीब 633 बुक हो चुके थे।
कंपनी को लौटाने होंगे सबके पैसे।
कंपनी को देंगे होगा 12 फीसदी ब्याज।