पौड़ी : काफी समय से चर्चित अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता डॉ विनोद आर्य के ड्राइवर ने उनपर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. आरोप लगाने वाला 25 वर्षीय शख्स जिला सहारनपुर से छुटमलपुर निवासी रोहन कंबोज है. उसका कहना है कि नौकरी लगने के 3 दिन के बाद डॉक्टर विनोद आर्य मेरे साथ उल्टी सीधी हरकतें करता था. रोहन ने आरोप लगाया कि विनोद आर्या उसे रात को अपने घर देर से बुलाता था और उसके साथ गलत हरकतें करने का प्रयास करता था.
हालांकि डॉ विनोद आर्य ने इस मामले में फोन पर बातचीत में कहा की यह आरोप झूठा है और कहा कि रोहन 21 नवम्बर को पौड़ी जेल से लौटते समय नकदी और सिम लेकर फरार हो गया था. डॉक्टर विनोद आर्य ने कहा कि मैंने इसकी शिकायत ज्वालापुर पुलिस थाने में की थी. रोहन के आरोपों के आधार पर ज्वालापुर कोतवाली में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है ,मुकदमा रोहन द्वारा पुलिस में पहले से दी गयी एप्लीकेशन पर किया गया है.
विनोद आर्य के ड्राइवर रोहन कंबोज का कहना है कि जब मैं हरिद्वार के रहने वाले डॉक्टर विनोद आर्य के यहां पहली बार नौकरी करने के लिए गया तो दो-तीन दिन तक सब सही रहा. चौथे दिन डॉ आर्या ने कहा कि मुझे कसरत करने की जरूरत है. मेरे द्वारा कसरत करने से मना करने पर उन्होंने कहा कि कसरत कर तभी तुझे रख सकते हैं. अगर तू फिजिकली सही होगा तभी काम करेगा. उसके बाद 3 दिन तक सही रहने के बाद चौथे दिन उन्होंने रात को 9 बजे मुझे अपने रूम में बुलाया. रूम में बुलाने के बाद कहते थे की लोअर उतार.
रोहन ने आरोप लगाया कि डॉ आर्या ने मेरे साथ गंदी हरकत करने की कोशिश की. एक बार नहीं कई बार, मेरे आंखों में आंसू आ गए. मैंने उनसे कहा कि मैं अपने घर चला जाऊंगा, तब वह बोले कि मैं तेरे साथ मजाक करके देख रहा था कि तू किस किस्म का लड़का है ऐसा लड़का तो नहीं है. इसके बाद मैंने कहा कोई बात नहीं फिर उन्होंने दोबारा मेरे साथ यह हरकत करने का प्रयास किया. उस दिन मैं वहां से भागने वाला था लेकिन मैं नहीं भागा कि कहीं कोई चोरी का इल्जाम ना लगा दे.
बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले की यह घटना है. यहां गंगा भोगपुर स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य और उसके अन्य दो साथियों ने रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की 18 सितंबर की रात नहर में फेंककर हत्या कर दी थी. मामला सामने आने के बाद रिसॉर्ट मालिक ने ही राजस्व क्षेत्र में अंकिता भंडारी की गुमशुदगी दर्ज करवाई गई थी. राजस्व पुलिस ने सिविल पुलिस को मामला हस्तांतरण किया. फिर सिविल पुलिस ने 22 सितंबर को अंकिता हत्याकांड में बड़ा खुलासा करते हुए तीनों आराोपियों को गिरफ्तार कर लिया था. आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया था. उसके बाद 24 सितंबर को चिल्ला नहर से अंकिता का शव बरामद हुआ था.