प्रियंका गांधी के बिकिनी वाले बयान पर भड़के आचार्य परमहंस, बोले- क्या बच्चियां स्कूलों में बिकिनी पहन कर जाएंगी?
नई दिल्ली: कर्नाटक से उठे हिजाब विवाद पर सियासत भी तेज हो गई है. मौजूदा समय में देश उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में चुनावी माहौल चल रहा है. इसी बीच कर्नाटक के स्कूलों में हिजाब को लेकर उठे विवाद के बाद से देश के राजनेताओं के बयान व टि्वट से देश में हिजाबी सियासत की राजनीति रंग चढ़ता ही जा रहा है. प्रियंका गांधी के महिलाओं के साड़ी हिजाब तथा बिकिनी पहनकर कहीं भी आने-जाने को लेकर किए गए. ट्वीट से एक बार फिर ट्विस्ट आ गया है. अयोध्या धाम के राम घाट स्थित तपस्वी जी की छावनी के महंत जगतगुरु आचार्य परमहंस दास ने प्रियंका गांधी वाड्रा के बिकिनी वाले बयान पर आपा खो दिया और कहा है, कि इस तरह की बयानबाजी कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाती है.
अयोध्या धाम निवासी जगतगुरु आचार्य परमहंस दास ने अपने बयान में कहा है कि विद्यालय में जो भी विद्यालय का यूनिफार्म है वह चाहे किसी भी धर्म या मजहब के लोग हैं सभी बच्चे यूनिफॉर्म पहनकर ही जाएंगे. प्रियंका गांधी वाड्रा के बयान से जगतगुरु आचार्य परमहंस दास इतने भड़क गए कि वह शब्दों की मर्यादा भी तार-तार कर गए. परमहंस ने कहा कि सोनिया गांधी जिस तरीक़े से बिकिनी पहनकर पहले बार में डांस करती थी उस तरीके से भारत में नहीं चलेगा, बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें.
परमहंस दास ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी लगातार भारतीय संस्कृति को बिगाड़ने का कार्य कर रही है, प्रियंका वाड्रा का जो बयान है यह घोर निंदनीय है. परमहंस दास ने कांग्रेस पार्टी और प्रियंका गांधी से सवाल पूछा कि क्या बच्चियां विद्यालय में पढ़ने के लिए बिकिनी पहनकर जाएंगी? कांग्रेस का स्तर इतना गिर चुका है, परमहंस दास यहीं नहीं रुके और कहा की प्रियंका गांधी वाड्रा का मेंटल हॉस्पिटल में इलाज लेना चाहिए. बच्चों के विषय में इस तरह का बयान जो बच्चे पढ़ने जा रहे हैं वह विद्यालय में बिकनी पहनकर जाएंगे. उन्होंने कहा कि विद्यालय शिक्षा का मंदिर है विद्यालय में चाहे वह किसी धर्म या किसी मजहब के बच्चे हो वहां का जो यूनिफार्म है वह सब को पहनना होगा.
आचार्य परमहंस दास ने कहा कि ऐसा नहीं कि कोई बिकिनी पहनकर जाए कोई हिजाब पहनकर जाएगा वहां जो यूनिफार्म होगा चाहे वह किसी धर्म या मजहब के बच्चे हैं वहीं यूनिफॉर्म सबको पहनना होगा. आचार्य परमहंस दास ने आगे बोलते हुए कहा कि बच्चों के साथ दो भाव नहीं किया जा सकता बच्चों के साथ सौतेला व्यवहार नहीं किया जा सकता बच्चों के साथ हिंदू मुसलमान नहीं किया जा सकता. यह कांग्रेस पार्टी की भारतीय संस्कृति विरोधी विचारधारा है जिसका हम साधु संत जो है विरोध करते हैं और निंदा करते हैं यह हिंदुस्तान में नहीं चलेगा.