5683 करोड़ में एडीआईए ने ली रिलांयस जियो में 1.16 फीसदी की हिस्सेदारी
नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के जियो प्लेटफॉर्म्स में निवेश करने वाले विदेशी निवेशकों की सूची लंबी होती जा रही है। रविवार को कंपनी को सातवें सप्ताह में आठवीं बड़ी कंपनी अबूधावी इंवेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) मिली, जिसने 1.16 प्रतिशत इक्विटी के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स में 5,683.50 करोड़ रुपये के निवेश का एलान किया है। एडीआईए ने जियो प्लेटफॉर्म्स की इक्विटी वैल्यू 4.91 लाख करोड़ रुपये आंकी है। पिछले सात सप्ताह में जियो में अब तक कुल 97,885 करोड़ रुपये निवेश किए जा चुके हैं।
जियो प्लेटफार्म में निवेश की शुरुआत फेसबुक ने की थी। फेसबुक ने करीब 44 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर 9.99 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी। उसके बाद सिल्वर लेक विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला और अब एडीआईए ने सातवें निवेशक के रूप में निवेश किया है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज अब तक कुल मिलाकर 20 प्रतिशत से अधिक की हिस्सेदारी बेचने का सौदा कर चुकी है। शुक्रवार को सिल्वर लेक ने अतिरिक्त 0.93 प्रतिशत हिस्सेदारी के बदले 4,546.80 करोड़ रुपये का नया निवेश किया। शुक्रवार को ही अबू धाबी स्थित निवेश कंपनी मुबाडला ने 9,093.60 करोड़ रुपये में 1.85 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। फेसबुक ने 22 अप्रैल को जियो प्लेटफार्म में 43,574 करोड़ रुपये में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम की थी। इस सौदे के कुछ दिनों बाद दुनिया की सबसे बड़ी तकनीकी निवेशक कंपनी सिल्वर लेक ने जियो प्लेटफार्म्स में 5,665.75 करोड़ रुपये में 1.15 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी।
अमेरिका स्थित विस्टा इक्विटी पार्टनर्स ने आठ मई को जियो प्लेटफार्म्स में 11,367 करोड़ रुपये में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी। वैश्विक इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक ने 17 मई को कंपनी में 6,598.38 करोड़ रुपये में 1.34 प्रतिशत हिस्सेदारी अपने नाम की। इसके बाद अमेरिकी इक्विटी निवेशक केकेआर ने 11,367 करोड़ रुपये में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदी ली थी।
जियो प्लेटफॉर्म्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है। अगली पीढ़ी की टेक्नॉलोजी कंपनी देश को एक डिजिटल समाज के रुप में विकसित बनाने के लक्ष्य से जुटी हुई है। इसके लिए जियो के प्रमुख डिजिटल एप, डिजिटल ईकोसिस्टम और देश के नंबर एक हाई-स्पीड कनेक्टिविटी प्लेटफॉर्म को एक-साथ लाने का काम कर रही है। रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड के 38 करोड़ 80 लाख ग्राहक हैं, जियो प्लेटफार्म लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई बनी रहेगी।