प्रेगनेंसी के दौरान मूली खाने के फायदे और नुकसान
हर घर में मूली का इस्तेमाल सलाद के रूप में, सब्जी के रूप में किया जाता है। इसको खाने से हमारी पाचन क्रिया काफी अच्छी रहती है। क्योंकि इसमें मौजूद प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, विटामिन सी, विटामिन बी6, विटामिन ए, विटामिन के आदि पोषक तत्व हमारे शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। लेकिन क्या ये प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद होती है, या फिर नुकसानदेह। इसके बारे में आज हम आपको बताएंगे।
प्रेगनेंसी के दौरान मूली से होने वाले फायदे
पाचन तंत्र की समस्या को तंदुरुस्त बनाने में मूली आपके बेहद काम आ सकती है। बता दें कि मूली के अंदर फाइबर पाया जाता है जो कब्ज, गैस आदि की समस्या के जोखिम को कम कर सकता है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं अपने पाचन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए मूली का सेवन कर सकती हैं।
बता दें कि मूवी के सेवन से यूरिनरी इंफेक्शन से बचा जा सकता है। ऐसे में महिलाएं यौन संबंधित समस्या को दूर करने के लिए मूली को अपनी डाइट में जोड़ सकती हैं।
ध्यान दें कि मूली न केवल तनाव को दूर करने में उपयोगी है बल्कि इसके अंदर एंटीमाइक्रोबॉयल गुण पाए जाते हैं जो बैक्टीरिया को जड़ से खत्म कर सकते हैं। ऐसे महिलाएं चिंता को दूर करने और बैक्टीरिया से राहत पाने में मूली का सेवन कर सकते हैं।
जैसा कि हमने पहले भी बताया मूली के सेवन से त्वचा संबंधित कई समस्याओं को दूर किया जा सकता है। क्योंकि मूली के अंदर विटामिन सी पाया जाता है ऐसे में महिलाएं फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से खुद को बचाने के लिए मूली का सेवन कर सकती हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाने में भी मूली गर्भवती महिलाओं के बेहद काम आ सकती है। बता दें कि मूली के अंदर भरपूर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है जो न केवल रक्तचाप को नियंत्रित कर सकता है बल्कि मूली के अंदर पाए जाने वाला मैग्नीज नर्व फंक्शन और दिमाग की कार्यप्रणाली के कार्य में सुधार ला सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान मूली के नुकसान
प्रेगनेंसी के दौरान मूली के सेवन से पेट फूलने की समस्या का जोखिम बढ़ सकता है।
बता दें कि मूली के अंदर पोटेशियम पाया जाता है। ऐसे में गर्भवती महिलाएं यदि इसका जरूरत से ज्यादा सेवन करें तो उनके रक्त में पोटेशियम की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे किडनी की समस्या, हृदय संबंधित समस्या आदि हो सकती है।
बता दें कि मूली के अंदर फाइबर भी पाया जाता है। ऐसे में यदि महिलाएं फाइबर का अधिक सेवन करें तो पेट फूलने की समस्या, ऐंठन, गैस आदि समस्याएं हो सकती हैं।