देश में आने वाले अफगानों को छह महीने का वीजा मिलेगा: भारत
नई दिल्ली: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां के नागरिक लगातार देश छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच भारत सरकार ने आज कहा कि देश में आने वाले अफगानों को छह महीने का वीजा मिलेगा। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता में अफगानिस्तान और वहां से भारतीयों की निकासी को लेकर जानकारी दी। जो भी भारतीय स्वदेश वापसी चाहते थे, उन्हें प्राथमिकता से निकाला जा रहा है।
विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने घोषणा की कि सभी अफगान नागरिकों को अफगानिस्तान में वर्तमान सुरक्षा स्थिति को देखते हुए केवल ई-वीजा का उपयोग करके भारत की यात्रा करनी चाहिए। इसलिए वे (अफगान) फिलहाल छह महीने के वीजा कार्यक्रम के तहत यहां आ रहे हैं। हम इसे वहां से लेंगे। यह छह महीने की मौजूदा योजना है। यह एक विकसित स्थिति है। दीर्घकालिक योजनाएँ बनाना सबसे अच्छा विचार नहीं है।
उन्होंने आगे बताया, ‘हमने काबुल से 6 अलग-अलग उड़ानों के जरिए 550 से अधिक लोगों को निकाला है जिसमें 260 से अधिक भारतीय थे। भारत सरकार ने अन्य एजेंसियों के द्वारा भी भारतीय नागरिकों को अफगानिस्तान से निकाला है।’ बागची ने कहा, ‘ कल हुए आतंकी घटना पर अभी हम कुछ नहीं बोल सकते हैं। हमें अभी नहीं पता यह हमला कैसे हुआ है। हमें लगता है कि इस्लामिक स्टेट ने हमले कि जिम्मेदारी ली है। अभी हम देख रहे हैं कि वहां पर क्या परिस्थिति बन रही है।’
बागची ने बताया कि हम कुछ अफगान नागरिकों के साथ-साथ अन्य देशों के नागरिकों को भी बाहर लाने में सफल रहे हैं। इनमें से कई सिख और हिंदू थे। मुख्य रूप से, हमारा ध्यान भारतीय नागरिकों पर होगा, लेकिन हम उन अफगानों के साथ भी खड़े होंगे जो हमारे साथ खड़े थे। उन्होंने कहा कि हम एक शांतिपूर्ण, समृद्ध, लोकतांत्रिक अफगानिस्तान की मांग कर रहे हैं। फिलहाल हम इसकी बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।
बागची ने कहा, “पिछली उड़ान में 40 लोग थे. हमें रिपोर्ट मिल रही थी कि अफगान नागरिकों को हवाई अड्डे तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। हम जानते हैं कि अफगान सिख और हिंदुओं सहित कुछ अफगान नागरिक 25 अगस्त को हवाई अड्डे पर नहीं पहुंच सके। हमारी उड़ान को उनके बिना आना पड़ा।