‘‘आफताब मेरी हत्या कर, मेरे टुकड़े टुकड़े कर देगा”, श्रद्धा ने 2020 में पुलिस से कहा था
मुंबई: कॉल सेंटर में काम करने वाली श्रद्धा वालकर ने करीब दो साल पहले महाराष्ट्र में पुलिस से की गई शिकायत में आरोप लगाया था कि उसके लिव-इन-पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने उसे मारने की कोशिश की और उसे डर है कि वह उसके टुकड़े-टुकड़े कर फेंक देगा। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि बाद में वालकर ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी और पुलिस ने मामला बंद कर दिया था।
पूनावाला (28) पर अपनी लिव-इन-पार्टनर वालकर (27) की हत्या कर उसके शव के 35 टुकड़े करने तथा उन्हें फेंक देने का आरोप है। वालकर ने 23 नवंबर 2020 को पालघर जिले के तुलिंज थाने में तहरीर दी थी, जिसके आधार पर पुलिस दो बार उनके (वालकर और पूनावाला के) आवास पर गई और वालकर का बयान दर्ज किया। उस वक्त वालकर ने पुलिस से कहा था कि उसने ‘‘क्षणिक गुस्से में आकर” शिकायत दर्ज करायी है और उसके तथा पूनावाला के बीच का मामला सुलझ गया है।
उन्होंने बताया, वालकर ने पुलिस से कहा था कि वह अपनी शिकायत वापस ले रही है, जिसके बाद मामला बंद कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि 2020 में उनके घर जाने वाले पुलिस अधिकारी ने उनकी काउंसलिंग की और पूनावाला को चेतावनी भी दी थी। गौरतलब है कि पूनावाला और वालकर की मुलाकात एक डेटिंग ऐप के जरिए हुई थी। इसके बाद उन्होंने मुंबई में एक कॉल सेंटर में साथ काम करना शुरू किया और दोनों के बीच वहीं से प्रेम संबंध शुरू हुए। बाद में वे दिल्ली आ गए थे।
दोनों के बीच कथित तौर पर 18 मई को शादी को लेकर बहस हुई, जिसके बढ़ने पर पूनावाला ने वालकर की हत्या कर दी और उसके शव के 35 टुकड़े कर दिए। पूनावाला ने दक्षिणी दिल्ली के महरौली में अपने घर पर करीब तीन सप्ताह तक इन टुकड़ों को 300 लीटर के फ्रिज में रखा। वह कई दिन तक आधी रात को उन्हें शहर के विभिन्न इलाकों में फेंकने के लिए जाता रहा।
वालकर महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई की निवासी थी। मुंबई के पालघर के तुलिंज थाने में नवंबर 2020 को की गई शिकायत में वालकर ने आरोप लगाया था, ‘‘पूनावाला उसके साथ मारपीट और गाली-गलौज करता है।” वालकर ने शिकायत में कहा था, ‘‘आज उसने मेरा गला घोंटकर मारने की कोशिश की। मुझे उसने धमकी दी कि वह मुझे मार डालेगा, मेरे टुकड़े-टुकड़े कर फेंक देगा। वह पिछले छह महीने से मेरे साथ मारपीट कर रहा है। लेकिन मुझमें पुलिस के पास जाने की हिम्मत नहीं थी क्योंकि उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी थी।”
वालकर ने पुलिस से कहा था, ‘‘उसके (पूनावाला के) माता-पिता को पता है कि वह मेरे साथ मारपीट करता है और उसने मुझे जान से मारने की कोशिश भी की।” वालकर ने पत्र में बताया था कि पूनावाला के माता-पिता को पता है कि वे दोनों साथ रह रहे हैं और वह सप्ताहांत में उनसे मिलने भी आते हैं। वालकर ने पत्र में कहा, ‘‘ मैं आज तक उसके साथ इसलिए रह रही थी क्योंकि हम जल्द ही शादी करने वाले थे और उसके माता-पिता भी इसके लिए राजी थे। अब आगे मैं उसके साथ नहीं रहना चाहती। इसलिए अब मुझे कोई भी शारीरिक चोट पहुंचती है तो उसके लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि वह मुझे धमकी दे रहा है कि अगर मैं उसे कहीं भी दिख गई तो वह मुझे मारेगा या मेरी हत्या कर देगा। ”
पीटीआई/भाषा से बातचीत में मीरा भायंदर-वसई विरार (एमबीवीवी) पुलिस आयुक्तालय के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि वालकर की शिकायत पर पुलिस अधिकारी दो बार वसई कस्बे में एआरसी भवन के पास स्थित विजय विहारी कॉम्पलेक्स के रीगल अपार्टमेंट में गए, जहां लिव-इन-पार्टनर (वालकर और पूनावाला) रहते थे और उसका (वालकर का) बयान दर्ज किया, जिसमें उसने कहा कि वह पूनावाला के खिलाफ शिकायत वापस ले रही है क्योंकि दोनों के बीच की समस्या सुलझ गयी है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘उसके द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने पर पुलिस ने कार्रवाई की। हमारे अधिकारियों ने फोन करके उसे पुलिस थाने आने को कहा, लेकिन जब वह नहीं आयी तो हमारा एक उपनिरीक्षक (एसआई) उनके आवास पर गया और देखा कि आफताब (पूनावाला) भी वहां मौजूद था। उस वक्त्, उसने (वालकर ने) हमारे अधिकारी को बताया कि उसने गुस्से में आकर आफताब (पूनावाला) के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी और अब दोनों के बीच की समस्या सुलझ गयी है।”
उन्होंने बताया, ‘‘हमारे अधिकारी ने उनकी उचित काउंसलिंग की और आफताब (पूनावाला) को चेतावनी भी दी। उसने वालकर का बयान दर्ज करने के बाद मामले को बंद कर दिया।” जांचकर्ताओं को उस फ्लैट में खून के धब्बे मिले हैं जहां वालकर और पूनावाला रहते थे। साथ ही पुलिस को अन्य साक्ष्य भी हाथ लगे हैं। आरोपी के वकील अविनाश कुमार के अनुसार, पूनावाला ने मंगलवार को अदालत से कहा था कि ‘‘आवेश में आकर” उससे ऐसा हो गया और वह ‘‘जानते बूझते” हुए ऐसा नहीं करना चाहता था। पूनावाला से बात करने के बाद कुमार ने कहा कि उसने (पूनावाला ने) अदालत में ‘‘ वालकर की हत्या करने की बात कभी स्वीकार नहीं की।”