19 साल बाद सावन 58 दिन का, इसमें आठ सोमवार और चार प्रदोष व्रत का दुर्लभ संयोग
नई दिल्ली : सावन का महीना इस बार अधिक मास के साथ है, जिसके चलते सावन का महीना 58 दिन का होगा। सावन का महीना शिवजी की विशेष पूजा का महीना कहलाता है। बीती 4 जुलाई से शुरू हो चुके इस हिंदी महीने में अधिकमास भी रहेगा। ऐसा 19 साल बाद हो रहा है। इस तरह हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना सावन 31 अगस्त तक चलेगा। शिव पूजा के इस खास महीने में इस साल 8 सावन सोमवार, 4 प्रदोष व्रत और सावन शिवरात्रि मिलाकर कुल 13 दिन शिव आराधना के लिए बहुत खास रहेंगे। इन दिनों की गई शिव पूजा बहुत पुण्यदायी होती है।
इनमें सावन के आखिरी सोमवार को प्रदोष तिथि का दुर्लभ संयोग बनेगा। जो कि शिव पूजा के लिए बहुत खास माना जा रहा है। इसके अलावा कई विशेष शुभ योग भी आएंगे। मान्यता है कि इस महीने किए सोमवार के व्रत का फल बहुत जल्दी मिलता है। इस तरह करनी चाहिए सावन के महीने में शिव पूजा धर्मोंचायों के अनुसार सावन के महीने में सुबह जल्दी उठकर नहाएं और साफ कपड़े पहनें। इसके बाद ऊं नमः शिवाय मंत्र बोलते हुए गंगा जल से भगवान शिव का अभिषेक करें। शिवलिंग पर जल-दूध चढ़ाएं। फिर फूल, बिल्वपत्र, धतूरा और अन्य चीजें चढ़ाकर आरती करें। इसके बाद नैवैद्य लगाएं। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का ही भोग लगाया जाता है। पूजा-आरती के बाद शिव मंत्र का जाप भी करना चाहिए।