देहरादून: उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के मंत्री पद से इस्तीफे की धमकी के बाद से डैमेज कंट्रोल में जुटी सरकार और भाजपा संगठन को आखिरकार 24 घंटे बाद हरक को मनाने में कामयाबी मिल गई। कोटद्वार मेडिकल कालेज के विषय को लेकर नाराज चल रहे हरक सिंह कैबिनेट की बैठक छोड़कर चले गए थे।
सीएम से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए हरक सिंह रावत ने कहा कि सीएम पुष्कर सिंह धामी मेरे छोटे भाई हैं और मेरा आशीर्वाद हमेशा उनके साथ है। हरक सिंह रावत ने आगे कहा कि मैं बहुत दुखी था, क्योंकि साढ़े 4 साल से मेडिकल कॉलेज नहीं बना पाया है। वहीं सीएम के आश्वासन के बाद उनकी नाराजगी दूर हो गई है।
बता दें कि, कोटद्वार मेडिकल कालेज के विषय को लेकर नाराज चल रहे हरक सिंह ने कई घंटे सीएम पुष्कर सिंह रावत से बातचीत की। पिछले 24 घंटे से गायब हरक सिंह रावत रात 12:13 बजे सीएम आवास से निकले। हरक सिंह रावत ने कहा कि जो नाराजगी थी उसकी वजह यह थी कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज का प्रस्ताव नहीं आया था, मुख्यमंत्री से बात हुई है और मुझे आश्वासन दिया गया है कि कोटद्वार में मेडिकल कॉलेज बनेगा और उसके लिए 25 करोड़ रुपये भी जारी कर दिए गए हैं। मीडिया से बात करते हुए हरक सिंह रावत ने कहा कि मेडिकल कॉलेज सिर्फ मेरे लिए नहीं बल्कि जनता के लिए है। मेडिकल कॉलेज बनने से लोगों को सुविधाएं मिलेगी।