नई दिल्ली ; दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन को गुरुवार को एक बार फिर बड़ा झटका लगा, जब कोर्ट ने उन्हें 13 जून तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया। कोर्ट की कार्रवाई पूरी होने के बाद बाहर निकलते ही सत्येंद्र जैन की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें तुरंत राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया है। कोर्ट रूम के बाहर निकलते ही सत्येंद्र जैन ने घबराहट की शिकायत की। वह बेहोशी जैसी हालत में आ गए। इसके बाद बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। मेडिसिन डिपार्टमेंट के डॉक्टर को दिखाया गया है, जिन्होंने कुछ टेस्ट कराने की सलाह दी है। सत्येंद्र जैन के वकील ऋषिकेश कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमित होने के बाद से उन्हें स्लीप एप्निया (नींद संबंधी दिक्कत) है। कोर्ट से बाहर निकलने के बाद वह ठीक महसूस नहीं कर रहे थे।
13 जून तक ईडी की कस्टडी में रहना होगा
मनी लॉन्ड्रिंग केस में सत्येंद्र जैन को 30 मई को गिरफ्तार किया गया था। वह तब से ही ईडी की कस्टडी में हैं। गुरुवार को कस्टडी खत्म होने से पहले उन्हें दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय को इजाजत दी कि जैन को 4 दिन और कस्टडी में रखा जा सकता है। विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने ईडी के आवेदन पर जैन की हिरासत 13 जून तक बढ़ा दी।
कोर्ट में क्या दी गईं दलीलें?
ईडी की ओर से कोर्ट में पेश हुए अडिशनल सॉलिसिटर जनरल एसवी राजू ने कहा कि इससे पहले कस्टडी के दौरान एजेंसी ने कई स्थानों पर छापेमारी की जिसमें कैश, दस्तावेज समेत आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है। उन्होंने कोर्ट से कहा कि एजेंसी को कुछ दस्तावेजों के आधार पर जैन से अभी पूछताछ करनी है। जैन की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने ईडी के आवेदन का विरोध करते हुए कहा कि सत्येंद्र पहले से ईडी की कस्टडी में थे और इसे आगे बढ़ाने का कोई आधार नहीं है।