मुंबई के बाद कर्नाटक में भी सख्ती, विदेश से आनेवालों के लिए भी RT-PCR टेस्ट जरुरी
नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के बाद कई राज्य सतर्क हो गये हैं। पहले महाराष्ट्र में बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने आदेश जारी किया कि राज्य आने वाले सभी इंटरनेशनल यात्रियों के पास आरटी-पीसीआर की निगेटिव जांच रिपोर्ट होनी चाहिए, भले ही उन्हें कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज लगी हो। महाराष्ट्र के मुख्य सचिव सीताराम कुंटे द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि महाराष्ट्र आने वाले सभी इंटरनेशनल यात्रियों को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी उपरोक्त दिशानिर्देशों का अनुपालन करना होगा, जिनमें यूरोपीय देशों, पश्चिम एशिया देशों और दक्षिण अफ्रीका से आने वाले लोग शामिल हैं।
उसके कुछ ही घंटों के बाद कर्नाटक सरकार ने भी कुछ देशों के इंटरनेशनल यात्रियों के लिए कोरोना वायरस की आरटी-पीसीआर निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है। राज्य सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि यूके, यूरोप, मध्य पूर्व, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे से आने वाले यात्रियों को इंटरनेशनल एयरपोर्ट और कर्नाटक के अन्य एंट्री प्वाइंट पर सैंपल देने होंगे। इंटरनेशनल यात्रियों की एयरपोर्ट पर ही RT-PCR टेस्ट कराई जाएगी और अगर कोई यात्री पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे एयरपोर्ट से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। एयरपोर्ट पर सैंपल उपलब्ध कराने के बाद ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका से आने वाले यात्रियों को रिजल्ट का भी इंतजार करना होगा। इसके बाद वे निगेटिव टेस्ट रिपोर्ट आने के बाद ही एयरपोर्ट से बाहर निकलेंगे।
कर्नाटक सरकार ने एक कदम और बढ़ाते हुए केरल से आनेवाले सभी छात्रों या कामकाजी लोगों को कोरोना की नेगेटिव RT-PCR रिपोर्ट पेश करने को कहा है, भले ही उन्होंने वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी हो। ये रिपोर्ट 72 घंटों से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए। इसके बाद उन्हें अनिवार्य रुप से सात दिनों के संस्थागत क्वारंटीन में रहना होगा और सातवें दिन फिर से RT-PCR टेस्ट कराना होगा।
दरअसल केरल में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से पड़ोसी राज्यों तमिलनाडु और कर्नाटक में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस राज्यों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है।