राजस्थान : राजस्थान संकट से जूझ रही कांग्रेस के सामने महाराष्ट्र में भी परेशानियां खड़ी होती नजर आ रही है। खबर है कि पार्टी के कई नेता प्रदेश प्रमुख नाना पटोले को हटाने जाने की मांग के साथ राजधानी दिल्ली पहुंचे हुए हैं। आरोप लगाए जा रहे हैं पटोले बगैर किसी चर्चा के अपने आप ही फैसले ले लेते हैं। हालांकि, इस पर पटोले ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। कहा जा रहा है कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद के मंथन के बाद कांग्रेस आलाकमान राजस्थान में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और सीएम अशोक गहलोत के बीच जारी खींचतान को खत्म करने पर ध्यान लगा रहा है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कथित तौर महाराष्ट्र कांग्रेस के कई नेता केंद्रीय नेतृत्व से मिलने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। सूत्रों के हवाले से बताया गया कि महाराष्ट्र कांग्रेस की लीडरशिप में बदलाव हो सकता है, जिसमें महाराष्ट्र प्रभारी एचके पाटिल का नाम भी शामिल है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि पाटिल को कर्नाटक सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, विदर्भ क्षेत्र के दो पूर्व मंत्री, एक वरिष्ठ आदिवासी नेता समेत कई पार्टी सदस्य पटोले को बदलने की मांग उठा रहे हैं। खबरें हैं कि नेता पटोले के काम करने के तरीके से नाराज हैं और उनके बर्ताव के चलते कई वरिष्ठ सदस्य नाराज चल रहे हैं। शिकायतें की जा रही हैं कि कैसे स्थानीय नेताओं को जानकारी दिए बगैर उनके इलाके में बदलाव किए जाते हैं।
कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहब थोराट ने हाल ही में पटोले से तनाव के बीत पद से इस्तीफा दे दिया था। इसे पहले युवा कांग्रेस के प्रमुख सत्यजीत तांबे ने भी एमएलसी चुनाव को लेकर प्रदेश अध्यक्ष को गेरा था। अब हाल ही में चंद्रपुर जिले से आने वाले विजय वडेट्टिवार के साथ भी उनकी तल्खी बढ़ती नजर आ रही हैं। खबर है कि पटोले ने चंद्रपुर जिले में बगैर वडेट्टिवार से संपर्क किए जिला अध्यक्ष बदल दिया है। खुद पटोले भी बदले जाने की अटकलों के बीच दिल्ली में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिल चुके हैं।