शिमला : हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कई असंतुष्ट नेताओं ने भी नामांकन किए हैं। इससे भाजपा और कांग्रेस दोनों की चिंता बढ़ गई है। भाजपा ने डैमेज कंट्रोल का जिम्मा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सौंपा है। जयराम ठाकुर ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह की उपस्थिति में वीरवार रात दो बजे तक शिमला स्थित पार्टी मुख्यालय दीप कमल से नाराज नेताओं के साथ फोन पर बात की। इनमें धर्मशाला से विशाल नैहरिया, करसोग से हीरालाल के अलावा कुछ अन्य नेताओं को मनाने में सफलता मिली है। इन्होंने आश्वासन दिया है कि वे चुनावी समर में नहीं उतरेंगे।
जयराम ठाकुर ने भाजपा में शामिल हुए पिछले चुनाव में निर्दलीय जीते होशियार सिंह से भी बात की। नालागढ़ से पूर्व विधायक केएल ठाकुर ने चुनाव लड़ने की बात कही है। मुख्यमंत्री से बात होने के बावजूद वह अपने फैसले पर कायम हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा शनिवार को बिलासपुर आएंगे। वह बिलासपुर के लुहणू मैदान में हेलीकाप्टर से आएंगे और विजयपुर स्थित घर जाएंगे। शनिवार को उनका कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं होगा। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रवक्ता स्वदेश ठाकुर ने बताया कि 23 अक्टूबर को नड्डा जिला बिलासपुर के सभी मंडलों व पार्टी पदाधिकारियों के साथ एक बैठक करेंगे। प्रदेश में कई नेताओं में टिकट आवंटन पर भाजपा के खिलाफ रोष है। विरोध के स्वरों से भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की अपनी कर्मभूमि रही सदर बिलासपुर और गृह सीट झंडूता भी अछूती नहीं है। वह जिले के रूठों नेताओं को मनाने की कोशिश करेंगे। झंडूता सीट से राजकुमार कौंडल व सदर सीट से सुभाष शर्मा ने निर्दलीय नामांकन किया है।