मौसमी फल जैसे केला, संतरा, मौसंबी को लेकर भ्रांति है कि ठंड के मौसम में इनका सेवन सर्दी बढ़ाता है। यह सही नहीं है। मौसमी फल कभी नुकसान नहीं पहुंचाते। इनका सेवन करने में कोई नुकसान नहीं है। इस मौसम में मौसमी फल और हरी पत्तेदार सब्जियां आसानी से उपलब्ध होती हैं। महिलाओं के लिए यह जानना जरूरी है कि 45 वर्ष की उम्र के बाद उन्हें अतिरिक्त प्रोटिन की आवश्यकता होती है, लेकिन वे इस बात की अनदेखी करती हैं। प्रोटिन की आवश्यकता पूरी करने के लिए महिलाओं को अपने खाने में अंकुरित मूंग-चना बढ़ाना चाहिए। मूंगफली में प्रोटिन का एक अच्छा स्रोत्र है। ठंड के मौसम में गुड़ के साथ मूंगफली का सेवन किया जा सकता है। यानी 18 से ज्यादा उम्र वाले व्यक्ति के लिए डाइटरी प्रोटीन शरीर के वजन का 0.8 ग्राम प्रति दिन होना चाहिए, लेकिन कुछ अध्ययनों (Studies) से पता चलता है कि 65 साल की आयु के वयस्कों के लिए भी इस पोषक तत्व के उच्च स्तर की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि मांसपेशियां उम्र के साथ अपनी ताकत खो देती हैं. इससे कार्यक्षमता पर असर पड़ता है. अगर सार्कोपेनिया से पीड़ित हैं, तो स्थिति और खराब हो जाती है, जिससे मांसपेशियों में नुकसान होता है.
उन्होंने कहा कि कई लोग ठंड के मौसम में अमरूद, केला जैसे मौसमी फलों का सेवन बंद कर देते हैं। यह सही नहीं है। मौसमी फलों के सेवन से कभी नुकसान नहीं होता। इतना जरूर है कि इन फलों को सीधे फ्रिज से निकालकर सेवन न करें। इन दिनों मौसम में बहुत बदलाव देखने को मिलते हैं। रात और सुबह के वक्त ठंड लगती है तो दोपहर के वक्त गर्मी का अहसास होने लगता है। इस मौसम में सेहत की देखभाल कुछ मुश्किल होती है। बहुत ज्यादा ठंड चीजों के सेवन से बचें। यह गला खराब कर सकती हैं।
ठंडे के बजाय गर्म पानी पीएं
इस मौसम में कम पानी पीने में आता है। इस वजह से त्वचा रूखी हो जाती है। महिलाएं कम से कम तीन लीटर पानी रोजाना पीएं। ठंड के मौसम में ठंडा पानी पीने के बजाय पानी को गुनगुना गर्म करने के बाद पीना अच्छा रहता है। विटामिन सी से भरपूर फल जैसे नींबू, संतरा, मौसंबी भी फायदेमंद साबित होते हैं।