चीन में भूकंप के बाद 12,000 से अधिक लोग बेघर, तबूंओं में झेल रहे ठंड की मार
नई दिल्ली: चीन के पश्चिमी क्षेत्र में सोमवार को आए भूकंप के कारण 12,000 से अधिक लोग बेघर हो गए हैं और ठंड से बचने के लिए उन्होंने तंबुओं या अन्य आश्रय स्थलों पर शरण ली हुई है। बुधवार को भी भूकंप के बाद झटके (आफ्टरशॉक) जारी रहे। चीन के शिनजियांग क्षेत्र के एक दूरस्थ इलाके में सोमवार देर रात आए 7.1 तीव्रता के भूकंप में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, पांच घायल हैं, और सैकड़ों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
कड़कड़ाती ठंड के बीच भूकंप के कारण काफी नुकसान हुआ, लेकिन कजाखस्तान की सीमा के पास स्थित और भूकंप का केंद्र रहे उचतुरपन काउंटी में विरल आबादी होने के कारण जान-माल का नुकसान अपेक्षाकृत कम हुआ है। सरकारी प्रसारणकर्ता ‘सीसीटीवी’ के फुटेज में दिखाया गया कि सुरक्षित निकाले गए लोगों ने तंबुओं में शरण ली है और ठंड से बचाव के लिए वहां अलाव भी जलाए गए हैं । उचतुरपन के 16 वर्षीय छात्र जियान गेवा ने बताया कि जब भूकंप आया तब वह शौचालय में था। उसने कहा कि पूरा भवन जोर-जोर से हिल रहा था। जियान ने कहा, ‘‘मैंने सुरक्षित स्थान की तरफ भागने की कोशिश की।”
अब उन्होंने अपने दादा के साथ एक स्कूल के छात्रावास में आश्रय लिया हुआ है। उनके अलावा यहां लगभग 200 अन्य लोग भी रह रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि लोगों को घरों में जाने की इजाजत देने से पहले उनके ढांचे की स्थिरता की जांच करने की योजना बनाई गई है।
भूकंप के कारण 851 इमारतों को किसी न किसी स्तर पर हुआ नुकसान
किजिलसु किर्गिज प्रांत के एक अधिकारी ने बताया कि उनके प्रांत में भूकंप के कारण 851 इमारतों को किसी न किसी स्तर पर नुकसान हुआ है। इसके अलावा भूकंप के केंद्र के पास वाले क्षेत्र में 93 ढांचे ढह गये हैं और 910 पशु मारे गये हैं। यहां बचाव कार्य के लिए 2,300 से अधिक कर्मियों को तैनात किया है और अक्की काउंटी में 7,338 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। अलग-अलग प्रांतों में कुल मिलाकर 12,426 लोगों को बचाया गया है।